दिफ़ाई इदारों में रोज़गार के नए मवाक़े दस्तयाब

चीफ़ मिनिस्टर मिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी ने आज कहा कि रियासत में 9 दिफ़ाई इदारे बड़े पैमाने पर क़ायम किए जा रहे हैं जिस में रास्त तौर पर 10 हज़ार नौजवानों को मुलाज़मतें और 25 हज़ार नौजवानों को बिल रास्त (इनदाइरेकत)तौर पर मुलाज़मतें फ़राहम की जाएंगी और उन यूनिट्स में मुक़ामी नौजवानों के तक़र्रात के लिए अव्वलीन तर्जीह दी जाएगी ।

चीफ़ मिनिस्टर ने आज इबराहीम पटनम में भारत डीना मिक्स लमीडीड (बी डी एल ) का सरफेस टू एयर मीज़ाइल दिफ़ाई प्रोजेक्ट की संग-ए-बुनियाद तक़रीब में अख़बारी नुमाइंदों से ख़िताब करते हुए कहा कि रियासत में 54 फ़ीसद नौजवान 25 साल से कम उमर हैं और उन्हें तक़र्रुर के अहल बनाने और उन की सलाहीयतों को उभारने के लिए हुकूमत कई ख़ुसूसी प्रोग्राम्स चला रही है ।

उन्हों ने कहा कि रियास्ती हुकूमत पब्लिक सैक्टर इदारों से राबिता क़ायम किए हुए हैं ता कि मुक़ामी नौजवान इन इदारों में ज़्यादा से ज़्यादा मुलाज़मतें हासिल करसके । मिस्टर रेड्डी ने मज़ीद बताया कि राजीव यूवा करना लू प्रोग्राम के तहत हर साल 5 लाख नौजवानों को रोज़गार फ़राहम किया जाएगा और ये प्रोग्राम कई बड़े सनअतों के तआवुन से चलाया जा रहा है ।

उन्हों ने बताया कि गुज़शता 4 माह में 1 लाख नौजवानों को ख़ांगी (पराइवेट) इदारों में रोज़गार फ़राहम किए गए हैं और हुकूमत नौजवानों को मुख़्तलिफ़ इसकीमात के तहत ख़ुसूसी ट्रेनिंग फ़राहम करने की ख़ाहां हैं ता कि दिफ़ाई इदारों के इलावा रेलवेज़ और दीगर मह्कमा जात में तक़र्रात के अहल बना सके ।

चीफ़ मिनिस्टर ने रियासत के नौजवानों की सताइश करते हुए कहा कि आंधरा प्रदेश से ताल्लुक़ रखने वाले नौजवान हर मर्तबा बिट्स पिलानी जैसे मुश्किल इम्तेहानात में 25 से ज़ाइद सीटें हासिल करने में कामयाब हुए हैं । उन्हों ने कहा कि रियासत में तालीमी निज़ाम मुस्तहकम है लेकिन उसे असरी तक़ाज़ों से हम आहंग करने की ज़रूरत है और ज़्यादा से ज़्यादा रोज़गार फ़राहम करने पर तवज्जा मर्कूज़ करना ज़रूरी है ।

उन्हों ने कॉलिज के इनतेज़ामीया को ये मश्वरा दिया कि वो ऐसे कोर्सस का इनइक़ाद अमल में लाएंगे जिस से तलबा तक़र्रुर के अहल होसके ।रियासत में तालीम और रोज़गार में हम आहंगी नहीं हो पा रही है और इस सिलसिला में मुस्तक़बिल की तालीम के लिए मंसूबा बंदी ज़रूरी है ।

उन्हों ने कहा कि रियासत में हवाबाज़ी शोबों के क़ियाम के बावजूद पाइलेट्स एयरहोस्टस और दीगर अमला की क़िल्लत दरपेश है जबकि दूसरी तरफ़ कॉरपोरेट हसप़्तालों के क़ियाम होने के बावजूद नर्सेस और नर्सिंग कॉलिजस की कमी है और इस तरह हैवानात के डॉक्टर्स की कमी है । मिस्टर किरण कुमार रेड्डी ने पार्टनरशिप समिट 2012 का हवाला देते हुए कहा कि रियास्ती हुकूमत बड़े पैमाने पर इस समिट का इनइक़ाद करने में कामयाब रही है और इस सिलसिला में 234 यूनिट्स रियास्ती हुकूमत से मुआहिदे किए जिस की लागत 6.50 लाख करोड़ है ।

बी डी एल की नई यूनिट की संग-ए-बुनियाद तक़रीब के मेहमान ख़ुसूसी मर्कज़ी मुमलिकती वज़ीर-ए-दिफ़ा मिस्टर पल्लम राजू ने कहा कि बी डी एल बारहवीं और तेरहवीं पाँच साला प्लान के लिए 34 हज़ार करोड़ के लिए की तजावीज़ पेश की गई हैं ।उन्हों ने कहा कि मुल्क भर में दिफ़ाई इदारों में मुलाज़मतों के लिए क़ौमी सतह पर मसाबिकती इम्तेहानात के ज़रीया रोज़गार फ़राहम किए जाऐंगे और इस सिलसिला में इंजीनीयरिंग कॉलिजस को उन्हों ने मश्वरा दिया कि मसाबिकती इम्तेहानात के लिए तलबा को तैय्यार करें ।

उन्हों ने बताया कि बी डी एल मिज़ाइल रिसर्च का क़ियाम साबिक़ सदर जमहूरीया डाक्टर ए पी जे अबदुल कलाम ने किया था और रियासत में मेदक विशाखापटनम और इबराहीम पटनम में बी डी एल की मीज़ाइल यूनिट्स क़ायम किए जाऐंगे । उन्हों ने मज़ीद बताया कि 360 एकऱ् पर मुश्तमिल इबराहीम पटनम की डीफ़ैंस यूनिट में हज़ारों नौजवानों को रास्त-ओ-बिल रास्त तौर पर मुलाज़मतें हासिल करने के मौक़ा हैं ।

इस मौक़ा पर बी डी एल के चियरमैन और मनीजिंग डायरैक्टर मिस्टर री कीतिर्पल वज़ीर-ए-दाख़िला श्रीमती सबीता इंदिरा रेड्डी रुकन असेंबली के लकशमा रेड्डी और बी डीएल डायरैक्टर मिस्टर बडा मौजूद थे।