हैदराबाद, 4 मार्च- राज्य सरकार ने दिलसुखनर दोहरे बम धमाकों की जांच की ज़िम्मेदारी राष्ट्रीय जांच एजेन्सी(एनआईए) को सौंपने का फैसला लिया है।
चीफ मिनिस्टर एन. किरण कुमार रेड्डी ने आज एक आला सतही बैठक में दिलसुखनगर बम धमाकों की जांच के मुद्दे का जाएजा लिया । बैठक के बाद वज़ीरे द़ाखिला पी. सबिता इंद्रा रेड्डी ने साहाफियों को इस की जानकारी दी। उन्हेंने बताया कि एन आई ए की का दायरा काफी बड़ा होता है, इस लिए यह फैसला लिया गया। उन्होंने कहा हालांकि पुलिस इस मामले में तेज़ी से जांच कर रही है, लेकिन बम धमाकों का मुद्दा बड़ा और मुजरिमों का जाल काफी फैला होने की वजह से जांच का काम एनआईए को देने का फैसला किया गया है।
वज़ीरे द़ाखिला ने बताया कि दिलसुख नगर धमाकों के मामले पर पहले से ही मर्कजी वज़ीरे दाखिला सुशीलकुमार शिंदे ने कहा था कि मामले की जांच एनआईए को सौंप दी जाए। किरण कुमार रेड्डी ने Eिशदे से आज फोन पर बातचीत की। जिसके दौरान इस मुद्दे पर चर्चा की गयी।
सबिता इंद्रा रेड्डी ने एन आई ए अधिकारियों को य़कीन दिलाया कि रियासती पुलिस इस मामले में एजेंसी की पूरी मदद करेगी।
सीसीटीवी से मुताल़िक एक सवाल के जवाब में में सबिता इंद्रा रेड्ड ने कहा कि शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। साथ ही शहर में सेक्युरिटी सिस्टम भी कड़ा कर दिया गया है।
दिलसुखनगर हुए दोहरे बम धमाकों में 16 लोगों की मौत हो गयी थी और 119 लोग घायल हो गये थे। इन धमाकों में इंडियन मुजाहेदीन का हाथ होने के शक को लेकर पुलिस और राष्ट्रीय एजेन्सियों ने जांच शुरू की। शहर से कई नौजवानों को पुलिस ने उठाया पूछताछ की और बाद में छोड़ दिया। इसी बीच एनआईए ने दिल्ली की तिहाड़ जेल से म़कबूल और इमरान को भी हिरासत में लिया। म़कबूल ने इससे पहले अपनी गिरप्तारी के बाद इक़बालिया बयान में कहा था कि उसने आबिड्स और बेगम बाज़ार में विस्फोटों के लिए रेकी की थी। मुंबई एटीएस एवं बिहार पुलिस ने भी इस मामले में कुछ लोगों को गिरप्तार किया है।
विस्फोटों के बाद वज़ीरे आज़म मनमोहन सिंह, केंद्रीय वज़ीरे दाखिला सुशील कुमार शिंदे के अलावा राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर के कई नेता घटनास्थल का दौरा कर चुके हैं।
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