दिलीप मंडल की किताब ‘मीडिया का अंडरवर्ल्ड’ को किया गया आईआईएमसी के स्लैब्स से बाहर

नई दिल्ली:  केंद्र में जब से बीजेपी सरकार आई है तब से हिंदूवादी संगठन देश में भगवा राजनीतिकरण करने की आड़ में हर संभव कोशिशें कर रहे हैं। इसी संदर्भ में देश के सबसे प्रतिष्ठित माने जाने वाले मीडिया संस्थान आईआईएमसी का भगवाकरण करने की कोशिशें की जा रही हैं। इस इंस्टिट्यूट की डाइवर्सिटी खत्म करने के लिए अब बीजेपी सरकार ने यहाँ के सिलेबस पर भी कैंची चलानी शुरू कर दी हैं। इस कड़ी में सीनियर पत्रकार दिलीप मंडल की किताब “मीडिया का अंडरवर्ल्ड को” सिलेबस से हटा दिया गया है।

इस मामले की जानकारी देते हुए खुद दिलीप मंडल ने लिखा है कि

भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अधीन काम करने वाले इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन (IIMC), जिसे पत्रकारिता ट्रेनिंग का देश का सबसे बड़ा संस्थान कहा जाता है, ने अपने सिलेबस से मेरी किताब “मीडिया का अंडरवर्ल्ड” को हटा दिया है।

यह किताब काफी समय से वहां और और कई संस्थानों की रीडिंग्स में शामिल हैं। यहां आप देश सकते हैं कि पिछले साल तक यह किताब IIMC के सिलेबस का हिस्सा रही है।

किसी किताब को सिलेबस में रीडिंग के तौर पर रखना या न रखना, उस संस्थान का विशेषाधिकार है. और इस बारे में मुझे कुछ नहीं कहना है.
मैं सत्ता प्रतिष्ठान के सिर्फ उस भय की ओर इशारा कर रहा हूं, जो नहीं चाहता कि लोग पढ़ें.
इतने भय के साथ वे कैसे जी रहे होंगे? लिखे हुए शब्द से इतना डर?
शर्मनाक!