दिल्ली आज कोलकता के ख़िलाफ़ कामयाबी के ख़ाहिशमंद‌

राय पूर 01 मइ : पुने वाइर‌स के ख़िलाफ़ एतिमाद बहाल करनेवाली कामयाबी के बाद दिल्ली डियर डेविल्स टीम दिफ़ाई चैंम्पिय‌न कोलकता नाईट राइडर्स के ख़िलाफ़ आज‌ यहां खेले जाने वाले मुक़ाबले में कामयाबी के सिलसिले को बरक़रार रखने की ख़ाहिश्मं हैं ।

गुजिश्ता मुक़ाबले की तरह ये मुक़ाबले भी दिल्ली और कोलकता के लिए एहमियत का हामिल है। जिस में कामयाबी के ज़रिया दोनों टीमें अपनी मौक़िफ़ को मजबूत‌ बना सकती हैं। दिल्ली को अपने 9 मुक़ाबलों में 7 नाकामियां बर्दाश्त करनी पड़ी हैं। जबकि कोलकता के लिए भी हालात कुछ मुख़्तलिफ़ नहीं जैसा कि उसे अपने 9 मुक़ाबलों में 6 नाकामियां बर्दाश्त करनी पड़ी हैं।

कोलकता जोकि जीत‌ की सिम्त वापसी के लिए कोशिश करेगी, तो दिल्ली भी हार‌ बर्दाश्त करने के मूड में नहीं हो सकती क्यों कि उसने टूर्नामेंट में पहले ही बहुत कुछ गंवा दिया है। दिल्ली के बैटस्मेन डेविड वार्नर ने पहले ही कह दिया है कि टीम के लिए अब हर मुक़ाबले नाक आउट मुक़ाबले बन चुका है।

दिल्ली जिसने चंद क़रीबी मुक़ाबलों में हार‌ बर्दाश्त की है क्यों कि थोड़ी सी मेहनत उसे चंद एक मुक़ाबलों में जीत‌ दिलवा सकती थी । दोनों टीमों के लिए असल मसला हिन्दुस्तानी खिलाड़ियों के खराब‌ मुज़ाहिरे कर रहे हैं। जैसा कि के के आर के लिए यूसुफ़ पठान और मनोज तीवारी के मुज़ाहिरे इंतिहाई मायूस हैं हालाँकि दोनों ही खिलाड़ी टीम को जीत‌ दिलवाने की सलाहियत रखते हैं।

यूसुफ़ पठान के खराब‌ मुज़ाहिरों से के के आर को काफ़ी नुक़्सान हो रहा है। क्यों कि टूर्नामेंट में ताहाल यूसुफ़ पठान से सब से ज़्यादा मायूसी हुई है। कप्तान गौतम गंभीर पर फिर एक मर्तबा बेहतर शुरूआत के लिए दबाव‌ रहेगा। हालाँकि इंग्लिश बैटस्मेन अयान मोरगन ने बेहतर मुज़ाहिरे करते हुए दीगर खिलाड़ियों पर बनने वाले दबाव‌ को कम किया है।

दोनों खिलाड़ियों ने बिलतर्तीब 308 और 268 र्न्स स्कोर किए हैं। इसके बाद‌ गौतम गंभीर गुजिश्ता दो मुक़ाबलों में नाकाम हुए हैं। लिहाज़ा वो दिल्ली के ख़िलाफ़ आज‌ खेले जाने वाले मुक़ाबले में बेहतर मुज़ाहिरे के ख़ाहिशमंद‌ होंगे। शहीद वीर नारायण सिंह इंटरनेशनल स्टेडियम की विकेट पर उछाल मौजूद है।

उम्मीद की जा रही है कि के के आर अपने 11 खिलाड़ियों में ऑस्ट्रेलिया के साबिक़ फ़ास्ट बोलर बरेटली को मौक़ा दे। दूसरी जानिब दिल्ली जिस ने गुजिश्ता मुक़ाबले में कामयाबी हासिल की है वो अपने 11 खिलाड़ियों को बरक़रार रखेगी। दिल्ली और कोलकता के दरमयान खेला जाने वाला ये मुक़ाबला दिलचस्प टकराव‌ हो सकता है क्यों कि गुजिश्ता मुक़ाबलों में हुई हार‌ का मेज़बान टीम हिसाब बराबर करने के लिए कोशिश‌ होगी।