दिल्ली आज पंजाब के ख़िलाफ़ कामयाबी के सिलसिले को बरक़रार रखने की कोशिश‌

नई दिल्ली 23 अप्रैल : एतिमाद बहाल करनेवाली कामयाबी जिस ने लगातार‌ छः नाकामियों के सिलसिले को तोड़े है।
दिल्ली डियर डेविल्स इस कामयाबी के सिलसिले को कल यहां किंग्स एलेवन पंजाब के ख़िलाफ़ होनेवाले मुक़ाबले में बरक़रार रखने केलिए कोशिश‌ होगी।

दिल्ली में गुजिश्ता रोज़ मुंबई इंडियंस के ख़िलाफ़ खेले गए मुक़ाबले में 9 विकटों की कामयाबी हासिल की है जिस में ख़सूसन इसके जारिहाना ओपनर वीरेंद्र सहवाग के 95 रंस‌ ने कलीदी रोल अदा किया और इस शानदार इनिंगज़ के ज़रिया सहवाग ने फ़ार्म में वापसी का इशारा दिया है।

इस कामयाबी के बावजूद दिल्ली की टीम आई पी एल के रवां छटे ऐडीशन में टीमों के गरुप‌ में हनूज़ आख़िरी मुक़ाम पर हैं जबकि टूर्नामेंट के आइन्दा मरहले में रसाई केलिए दिल्ली को अपने आइन्दा 9 मुक़ाबलों में कम अज़ कम 8 जीत‌ हासिल करनी होगी।

वेस्ट इंडीज़ के लीजेंडरी बैस्टमेन वीवन रिचर्ड को दिल्ली टीम के लिए मुशीर के ओहदे पर फ़ाइज़ करने के फ़ोरा बाद सहवाग की फ़ार्म में वापसी हुई है और ये मौज़ू गुजिश्ता दो दिनों से मौज़ू बहस बना हुआ है और मेज़बान टीम उमीद कर रही है कि रिचर्ड की आमद के बाद सहवाग की जो फ़ार्म वापसी हुई है वो कल खेले जाने वाले मुक़ाबले में भी बरक़रार रहेगी और वो एक और बेहतर इनिंगज़ खेलेंगे।

दिल्ली डियर डेविल्स के लिए असल मसला इसके सरे-फेहरिस्त बैटस्मेनों के खराब‌ मुज़ाहरे हैं क्यों कि डेविड वार्नर और कप्तान महेला जय‌ वरधने ने एक से ज़ाइद मर्तबा निस्फ़ सेंचुरियाँ स्कोर की हैं जबकि सहवाग ने टूर्नामेंट में पहली मर्तबा 95 रंस‌ की इनिंगज़ के ज़रिया एक बेहतर मुज़ाहरे किये है।

वार्नर जिन्होंने टूर्नामेंट के इबतिदाई मुक़ाबलों में बेहतर मुज़ाहरे किये ताहम वो इन मुज़ाहिरों के सिलसिले को बरक़रार रखने में कामयाब नहीं है जबकि कप्तान जय‌ वरधने ने टूर्नामेंट के इफ़्तिताही मुक़ाबले में 66 रंस‌ के बाद कल 59 रंस‌ की इनिंगज़ खेली है इसके अलावा उनके दीगर मुज़ाहिरे क़ाबिल-ए-ज़िकर नहीं।

टाप आर्डर में दीगर दो हिंदूस्तानी बैटस्मेन मनप्रीत जुनेजा और केदार जय‌ देव ने किसी क़दर क़ाबिल-ए-सिताइश मुज़ाहिरे किए हैं लेकिन उनमकट चंद की तीन मुक़ाबलों में मुसलसल नाकामी टीम के मसाइल में इज़ाफ़ा है। दिल्ली के बोलरों में ऊमेश यादव ने 7 मुक़ाबलों में 9 विकटों के हुसूल के लिए टीम के लिए सब से बेहतर मुज़ाहरा किया है जबकि अशीष नेहरा ने चार मुक़ाबलों में छः विकटें हासिल की हैं।

ऑलराउंडर इर्फ़ान पठान के बयाट् और गेंद दोनों से मुज़ाहिरे मायूसकुन हैं जैसा कि सात मुक़ाबलों में उन्होंने सिर्फ़ तीन विकटें हासिल की हैं और जब कभी उन्हें बयाटिंग का मौक़ा मिला वो बेहतर मुज़ाहरा करने में नाकाम रहे। दूसरी जानिब किंग्स एलेवन पंजाब के मुज़ाहिरों में इस्तिक़लाल का फ़ुक़दान है हालाँकि गुजिश्ता रात इस ने पूणे वॉरियर्स के ख़िलाफ़ एक इमकानी शिकस्त को सात विकटों की कामयाबी में तबदील किया है जिस के ज़रिया खिलाड़ियों के हौसले बुलंद हैं।

पंजाब की टीम दो जीत‌ एक साथ हासिल करने में नाकाम है। जैसा कि उसने छः मुक़ाबलों में तीन जीत‌ के ज़रिया छः निशानात हासिल किए हैं। पंजाब केलिए इस के कप्तान एडम गिलक्रिस्ट का खराब‌ फ़ार्म तशवीश के बाइस है क्यों कि उन्होंने छः मुक़ाबलों में ताहाल 15 , ,, ,6 और 4 रंस‌ स्कोर किए हैं।

गिलक्रिस्ट की जानिब से जहां टीम को एक बेहतर मुज़ाहिरे की उमीद है वहीं टीम के दूसरे बैटस्मेन मनदीप सिंह और डेविड हसी ने ज़िम्मेदारी बख़ूबी निभाई है जबकि ऑस्ट्रेलियाई ओपनर शान मार्श की टीम में वापसी हो आइंद तसव्वुर की जा रही है । गुजिश्ता रात डेविड मीलर ने 41 गेंदों में 80 रंस‌ की इनिंगज़ खेलते हुए टीम को एक बेहतरीन कामयाबी दिलवाई और वो मनदीप सिंह के हमराह चौथी विकेट केलिए 128 रंस‌ की पार्टनरशिप निभाई।

पंजाब का फ़ास्ट बौलिंग शोबा टूर्नामेंट में ताहाल इतमीनान बख़श मुज़ाहरा करचुका है जिस में अज़हर महमूद और प्रवीण कुमार बिलतर्तीब 8 और 7 विकटें हासिल करचुके हैं। पंजाब को जब दो मर्तबा शिकस्त बर्दाश्त करनी पड़ी इस मौके पर इसके बैटस्मेनों ने बोर्ड पर इतना स्कोर दर्ज नहीं किया कि इसके बैटस्मेन इस स्कोर का दिफ़ा कर पाते।

बौलिंग शोबा में पंजाब के लिए लीग स्पिनर पियूष चावला के खराब‌ मुज़ाहिरे तशवीश का बाइस है जिन्होंने छः मुक़ाबलों में महंगे साबित होने के बावजूद सिर्फ़ तीन विकटें हासिल की हैं।