दिल्ली-एनसीआर में इस समय फॉग और स्मॉग दोनों चिंता का विषय बने हुए हैं. एक तरफ कड़ाके की ठंड पड़ रही है तो दूसरी तरफ प्रदूषण सीधा स्वास्थ्य पर वार कर रहा है. यहां लगातार तीसरे दिन इमरजेंसी जैसे हालात रहे. दिल्ली-एनसीआर की खराब स्थिति को देखते हुए आने वाले कुछ दिनों तक कंस्ट्रक्शन पर रोक लगा दिया गया है. कई इलाके में तो इंडस्ट्री तक बंद रहने का ईपीसीए ने आदेश जारी किया है.
इमरजेंसी जैसे हालात को देखते हुए केंद्रीय पर्यवारण मंत्रालय ने कई सरकारी और गैर सरकारी एजेंसियों को नोटिस जारी किया है. शुक्रवार की रात से दिल्ली-एनसीआर में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 400 के ऊपर और प्रदूषक तत्व इमरजेंसी लेवल के ऊपर बने हुए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स में एक्सपर्ट्स के हवाले से कहा जा रहा है कि मंगलवार की शाम तक ऐसे ही हालात बने रहेंगे.
इमरजेंसी जैसे हालात
सीपीसीबी के अनुसार. सोमवार को दिल्ली का एयर इंडेक्स 448 रहा. सबसे खराब स्थिति नोएडा की रही, जिसका एयर इंडेक्स 464 था. इसके बाद गाजियाबाद 456 और ग्रेटर नोएडा 450 खराब स्थिति में रहा. प्रदूषण का स्तर फरीदाबाद तक बना हुआ है और वहां इंडेक्स 444 रहा. इमरजेंसी जैसे हालात को देखते हुए सीपीसीबी टास्क फोर्स की मीटिंग में ईपीसीए को कुछ सुझाव दिए गए. बताया जा रहा है कि आने वाले दो दिनों तक इसमें सुधार की गुंजाइश नहीं है.
चमकदार धूप का इंतजार
पिछले तीन दिन से सुबह और रात में घना कोहरा छाया रह रहा है. दोपहर में हल्की धूप निकल रही है. इससे पीएम 1 का खतरा सबसे ज्यादा दिख रहा है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि फॉग को तीखी धूप ही खत्म कर सकती है. उनका कहना है कि प्रदूषक तत्व 100 मीटर से ऊपर नहीं जा पा रहे हैं, जिससे प्रदूषक तत्व लॉक हो रहे हैं. यह स्वास्थ्य के लिए सबसे खतरनाक स्थिति है.