दिल्ली किसी की जागीर नहीं : नीतीश

साबिक़ वजीरे आला नीतीश कुमार ने भाजपा लीडर विजय कुमार गोयल की तरफ से एवान में बिहार-यूपी के लोगों के बारे में की गई तबसीरह पर कहा कि दिल्ली किसी की जागीर नहीं है। क़ौमी दारुल हुकूमत होने की वजह वहां मुल्क के तमाम रियासतों के लोगों को जाकर काम करने और रहने का हक़ है। अगर कोई शख्श या पार्टी वहां किसी को रहने या काम करने में रुकावट पैदा करता है, तो वह गैर कानूनी है और उनपर कार्रवाई होनी चाहिए। मुल्क जब आज़ाद हुआ था, तब दिल्ली की आबादी चार पांच लाख थी। अभी यह बढ़कर डेढ़ करोड़ के करीब हो गई है।

साबिक़ वजीरे आला ने कहा कि इस तरह की बयानबाजी से मुल्क में दुश्मनी फैलेगा। भाजपा का नाम लिए बिना कहा कि जिस पार्टी के लीडर इस तरह का बयान दे रहे हैं, उसे सफाई देना चाहिए कि पार्टी की पॉलिसी इस मसले पर क्या है? नीतीश कुमार ने कहा कि बिहारी कहीं जाकर बोझ नहीं बनते, बल्कि वहां के बोझ को कम करने का काम करते हैं। दिल्ली के तरक़्क़ी में पूरे मुल्क का पैसा लगा हुआ है। इस नाते भी दिल्ली पर तमाम भारतीयों का हक बनता है। कोई भी वहां रह सकता है।