दिल्ली के किसानों के नाम पर पंजाब में झूठ बोल रहे हैं केजरीवाल

वोट की फसल काटने के लिए झूठ का सहारा लेना अरविंद केजरीवाल के लिए आम बात हो गयी है। यही कारण है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री को उनके आलोचक छोटा मोदी भी बोलते हैं। अपनी इसी उपाधि के अनुरूप केजरीवाल जी ने पंजाब दौरे पर किसानों के नाम पर एक बार फिर झूठ बोला।

दिल्ली सरकार की उलब्धियां गिनाते हुए केजरीवाल जी ने कहा कि उन्होंने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू कर दी है, जबकि सच्चाई इससे अलग है। अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा कि पंजाब में जिस गेहूं का 1840 रूपए क्विंटल भुगतान होता है, दिल्ली में उसे 2610 रूपए में खरीदा जाता है।

यह भी बिल्कुल झूठ है। ज़मीनी हकीकत तो ये है कि फसल खरीद के लिए दिल्ली सरकार ने कोई व्यवस्था नहीं की है। सरकारी ख़रीद नहीं होने के कारण दिल्ली देहात क्षेत्र के किसान 1700 से 1800 रुपए प्रति क्विंटल गेहूं और सरसो 3200 से 3600 रुपए प्रति क्विंटल खुले बाज़ार में बेचने को मजबूर हैं। दिल्ली में ना ही केंद्र सरकार और ना ही राज्य सरकार किसानों से कोई फ़सल की खरीदारी करती है।

स्वराज इंडिया दिल्ली देहात मोर्चा के अध्यक्ष राजीव यादव ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की राजनीति सिर्फ झूठ और केंद्रित रह गयी है। अगर दिल्ली में एक भी किसान को केजरीवाल के बताए हुए दाम मिले हैं, तो सरकार तत्काल लाभ पाने वाले किसानों की सूची जारी करे।