दिल्ली के सीएम केजरीवाल और पाकिस्तानी पीएम इमरान खान से प्रभावित हूँ: शाह फैसल

साल 2010 सिविल सेवा के टॉपर और जम्मू-कश्मीर के आईएएस रहे शाह फैसल ने इस्तीफे के बाद शुक्रवार को श्रीनगर में प्रेस वार्ता की। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने देश में भीड़ द्वारा की गईं हत्याओं पर भी रोष व्यक्त किया। शाह फैसल ने खुद को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान का फैन बताया।

शाह फैसल ने कहा, ‘मैं पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान और अरविंद केजरीवाल से काफी प्रभावित हूं। लेकिन हम जानते हैं कि कश्मीर में हमारे लिए काम करना इतना आसान नहीं हैं। अगर यहां के युवा मुझे मौका देते हैं तो मैं केजरीवाल या इमरान खान जैसा ही घाटी में दोहराना चाहूंगा।’

उन्होंने कहा कि कश्मीर में राजनीति का पुनर्निर्माण करेंगे और वह किसी भी पार्टी के संग नहीं जाएंगे। वह आगामी लोकसभा चुनाव में मैदान में उतरेंगे। बारामुला लोकसभा सीट से वह चुनाव लड़ सकते हैं।

35 वर्षीय फैसल ने फेसबुक पर बुधवार को एक संक्षिप्त बयान में लिखा कि उनका इस्तीफा, ‘‘हिंदूवादी ताकतों द्वारा करीब 20 करोड़ भारतीय मुस्लिमों के हाशिये पर जाने की वजह से उनके दोयम दर्जे का हो जाने, जम्मू कश्मीर राज्य की विशेष पहचान पर कपटपूर्ण हमलों तथा भारत में अति-राष्ट्रवाद के नाम पर असहिष्णुता एवं नफरत की बढ़ती संस्कृति के खिलाफ है।’’

हाल ही में विदेश में प्रशिक्षण पाकर लौटे और पदस्थापना का इंतजार कर रहे फैसल ने कहा कि उन्होंने कश्मीर में लगातार हत्याओं के मामलों और इन पर केंद्र सरकार की तरफ से कोई गंभीर प्रयास नहीं होने के चलते, भारतीय प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा देने का फैसला किया है।
फैसल ने केंद्र में भाजपा नीत सरकार का नाम तो नहीं लिया लेकिन परोक्ष हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि आरबीआई, सीबीआई और एनआईए जैसी सरकारी संस्थाओं को नुकसान पहुंचाया जा रहा है जिससे इस देश की संवैधानिक इमारत ढह सकती है और इसे रोकना होगा।

उन्होंने कहा था कि, “मैं दोहराना चाहता हूं कि इस देश में आवाजों को लंबे समय तक दबाया नहीं जा सकता और यदि हम सच्चे लोकतंत्र में रहना चाहते हैं तो हमें इसे रोकना होगा।” फैसल ने आईएएस में चुने जाने और इसके आगे की यात्रा में उनका समर्थन करने के लिए दोस्तों, परिवार और शुभचिंतकों का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि मेरा महत्वपूर्ण काम प्रशासनिक सेवा में आना चाह रहे युवाओं को प्रशिक्षित करना होगा ताकि उनका सपना पूरा हो।