नई दिल्ली। 30 दिसम्बर:बी जे पी ने ऐसे वक़्त जबकि सारा मुल्क ग़म-ओ-अंदोह की लहर में मुबतला है, हुकूमत के एमरजैंसी जैसी तहदीदात पर शदीद तन्क़ीद की। इजतिमाई इस्मत रेज़ि वाक़िये के ख़िलाफ़ एहतेजाज को रोकने के लिए हुकूमत ने जो पाबंदीयां आइद की हैं, उसे गै़रज़रूरी क़रार देते हुए पार्टी ने ख़वातीन के ख़िलाफ़ जराइम से निमटने के लिए सख़्त क़वानीन मंज़ूर करने पार्लीमैंट के ख़ुसूसी सैशन के मुतालिबा का इआदा किया।
बी जे पी ने मुतास्सिरा लड़की के अरकान ख़ानदान से ताज़ियत का इज़हार करते हुए हुकूमत से इस्तिफ़सार किया कि आख़िर इस ने आख़िरी रसूमात के मामले में इस तरह की जल्दबाज़ी क्यों की। बी जे पी ने इस मसले पर पार्लीमैंट में मुबाहिस का मुतालिबा किया और कहा कि आज सारा मुल्क ग़म-ओ-अंदोह की लहर में मुबतला है।
हमारे मुल्क की एक बहादुर लड़की ने अपनी जान क़ुर्बान करदी है। असल अप्पोज़ीशन पार्टी ने ख़वातीन पर मज़ालिम के ख़िलाफ़ सख़्त क़वानीन के मामले में हुकूमत से मुकम्मल तआवुन का तीक़न दिया। बी जे पी तर्जुमान रविशंकर प्रसाद ने मीडिया के नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि उस वक़्त मुल्क के अवाम में जो तशवीश पाई जाती है इस पर हुकूमत को फ़ौरी रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करना चाहीए।
उन्होंने कहा कि पार्लीमैंट के ख़ुसूसी सैशन की तलबी नागुज़ार है। उन्होंने हुकूमत की तरफ से दिल्ली को छावनी में तबदील करने पर तन्क़ीद की और कहा कि हुक्काम की इन हरकतों से एमरजैंसी के दौर की याद ताज़ा होगई। उन्होंने कहा कि आख़िर हुकूमत को इस तरह के इक़दाम की ज़रूरत क्यों लाहक़ हुई।
मेट्रो ट्रेनस बंद करदिए गए। अवाम नक़ल-ओ-हरकत नहीं करसकते। वो समझते हैं कि सारा मुल्क यक़ीनन जिस ग़म में मुबतला है, इस के साथ साथ उन्हें ये भी बरहमी है कि हुकूमत ने उन की मुश्किल बढ़ा दी है। उन्होंने जानना चाहा कि क्या यही जमहूरीयत है। उन्होंने कहा कि हम ऐसे इक़दामात की बिलकुल ताईद नहीं करते।