पटना : वजीरे आला नीतीश कुमार ने कहा कि दिल्ली को पूरी रियासत का दर्जा और बिहार को खुसुसि दर्जा की लड़ाई एकसाथ चलेगी। दिल्ली में रहने वाले बिहारी अगर चाह लें कि एक दिन काम नहीं करेंगे तो पूरी दिल्ली ठहर जाएगी। यह है बिहार के लोगों की ताकत। बिहार के लोग दिल्ली वालों के साथ मिलकर जद्दो जहद करेंगे। जुमेरात को अधिवेशन भवन में आरटीपीएस पर मुनक्कीद सेमिनार में वजीरे आला ने कहा कि दोनों मुकाम के लोग एक हो जाएं तो दिल्ली को पूरी रियासत का दर्जा और बिहार को खुसुसि रियासत का दर्जा मिल जाएगा।
वजीरे आला ने कहा कि लोकसत्ता हमेशा राजसत्ता पर हावी होनी चाहिए। यह बोलने से काम से नहीं चलेगा कि आप ओपोजीशन में हैं। अवाम ने वोट देकर आपको चुना है तो आपको काम करना पड़ेगा। संसदीय जम्हूरियत में ओपोजीशन भी हुकूमत का ही हिस्सा होता है। आजकल सियासत में लोगों को सिर्फ वोट की फिक्र रहती है। भरोसे की फिक्र कोई नहीं करता। किसी तरह से वोट ले लो, बाद की बाद में देखेंगे। हम दिक़्क़तों के बीच अपना काम कर रहे हैं।
वजीरे आला ने कहा कि केजरीवाल ने फोन पर भी शिकायत सुने जाने की सुझाव दिया था। इनसे सलाह लेने के बाद हमने आरटीआई लागू किया। अब वक्त आ गया है कि लोगों की शिकायत का निपटारा होना चाहिए। हमने इस सिम्त में काम किया। लोकसेवा हक़ एक्ट बनाया, जिसे 2011 में लागू किया। अब इस कानून को और मजबूत बनाया जाएगा।
वजीरे आला ने कहा कि आरटीपीएस कानून के तहत लोगों ने 11.06 करोड़ दरख्वास्त दिए। इसमें से 10.96 करोड़ दरख्वास्त का निपटारा कर दिया गया। चार साल में इस काम पर 141 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। इस तरह एक शिकायत के निपटारे पर 12.9 पैसे खर्च हुए।