नई दिल्ली, 11 मार्च: मुल्क को हिला देने वाले दिल्ली गैंगरेप मामले का अहम मुल्ज़िम राम सिंह ने खुदकुशी कर ली है। उसने तिहाड़ जेल नंबर-3 में आज सुबह करीब पांच बजे फांसी लगा ली।
इस वाकिया के बाद बाकी चार मुल्ज़िमीन की सेक्युरिटी बढ़ा दी गई है। वज़ारत ए खारेजा ने 24 घंटे के अंदर तिहाड़ जेल इंतेज़ामिया से राम सिंह की खुदकुशी की रिपोर्ट मांगी है। जांच के लिए मजिस्ट्रेट तिहाड़ जेल पहुंच गए हैं।
पुलिस ने राम सिंह के शव को पोस्टमार्टम के लिए दीनदयाल अस्पताल भेजकर वाकिया की जांच के हुक्म दे दिए हैं। अहम मुल्ज़िम राम सिंह की पीर के दिन ( आज) साकेत कोर्ट में पेशी होनी थी।
गौरतलब है कि 16 दिसंबर की रात फिल्म देखकर लौट रही चलती बस में पैरामेडिकल छात्रा के साथ गैंगरेप किया गया था। बाद में 29 दिसंबर को पीड़िता की सिंगापुर अस्पताल में मौत हो गई थी।
दिल्ली गैंगरेप में बस चालक राम सिंह, उसका भाई मुकेश, विनय शर्मा, पवन गुप्ता और अक्षय सिंह को आरोपी बनाया गया। वहीं छठे आरोपी (नाबालिग) का नाम कानूनी वजहों से सार्वजनिक नहीं किया गया है।
दिल्ली गैंगरेप मामले में शामिल पांच मुल्ज़िमीन पर 13 दफआत लगाए गए हैं। इन मुल्ज़िमीन पर दफआत 302, 307 365, 366, 376 377, 201 और दफा 396 लगाई गई।
वहीं जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने नाबालिग मुल्ज़िम के खिलाफ ताजीराते हिंद के तहत रेप, कत्ल, अंनेच्युरल सेक्स ( Unnatural sex) और मुजरिमाना साजिश के इल्ज़ाम तय किए। मौजूदा कानूनों के मुताबिक अगर नाबालिग पर इल्ज़ाम तय हो जाते हैं उसे ज़्यादा से ज़्यादा तीन सालों के लिए सुधार गृह भेजा जा सकता है।