दिल्ली गैंगरेप: ‘फांसी के सिवा कुछ भी मंजूर नहीं’

दिल्ली गैंग रेप केस के चारों दरिंदो को गुनाहगार करार दिए जाने के फैसले से मुतास्सिरा का खानदान खुश तो जरूर है, लेकिन उनका यह भी कहना है कि अभी फैसला पूरा नहीं हुआ है। मुतास्सिरा की मां का कहना है कि मेरी बेटी ने जो कुर्बानी दी, वो बेकार नहीं गई। उन्होंने कहा कि अदालत का फैसला आने के बाद अभी जितने भी लोग उन्हें बधाई दे रहे हैं, उन सभी से वो यही कह रहे हैं कि अभी बधाई मत दीजिए। पहले पूरा फैसला आ जाने दो और अगर सभी को फांसी की सजा मिलती है, तब बधाई देना।

हालांकि मां का कहना है कि मुल्ज़िमों को गुनाहगार करार दिए जाने से उन्हें काफी राहत मिली है और उनके मन में जो डर और शक पैदा हुई थीं, वो भी अब कम हुई है। मां को अब पूरा यकीन है कि सभी दरिंदो को फांसी की सजा ही मिलेगी। उन्होंने पुलिस, हुकूमत, जूडिशरी और इस वाकिया के बाद एहतिजाज के लिए सड़कों पर उतरे लोगों व मीडिया, सभी का शुक्रिया जताते हुए कहा कि सभी ने अपने अपने सतह पर यह लड़ाई लड़ी और पूरा मुल्क हमारे साथ खड़ा हुआ।

अदालत के फैसले से सिर्फ हमें या हमारी बेटी को ही नहीं, मुल्क की हर बेटी को इंसाफ मिलेगा।

उन्होंने बताया कि उनके बेटे ने जब जज की तरफ से अंग्रेजी में पढ़े गए फैसले का मतलब उन्हें समझाया, तो उन्होंने राहत की सांस लेते हुए मन ही मन अपनी बेटी से कहा कि अब तुम्हारी कुर्बानी बेकार नहीं जाएगी और तुम्हें इंसाफ मिलकर ही रहेगा। उनका कहना था कि इस फैसले के बाद मेरी बेटी की रूह को भी कुछ सुकून मिली होगी।

लड़की के भाई ने भी इस फैसले के बाद उम्मीद जताई है कि दरिंदो को फांसी ही मिलेगी। साथ ही यह भी कहा कि अगर उन्हें उम्रकैद मिलती है, तो वह फैसला हमें कतई मंजूर नहीं होगा। भाई का कहना था कि हमारा इंतेजार अभी खत्म नहीं हुआ। अभी जज ने सजा नहीं सुनाई है। एक दो दिन के बाद पता चलेगा कि फैसला हमारे हक में आया कि नहीं।

हालांकि भाई ने इस फैसले का पूरा क्रेडिट दिल्ली पुलिस, खासतौर से वसंत विहार थाने के एसएचओ अनिल शर्मा को देते हुए कहा कि अगर पुलिस हर केस में इतने ही अच्छे तरीके से काम करे, ऐसी ही मजबूत चार्जशीट बनाए और ऐसे ही पक्के सुबूत जुटाए, तो इस तरह के वाकियात पर पूरी तरह रोक लग जाएगी। जज ने भी पुलिस के काम की तारीफ की थी।

बशुक्रिया: नव भारत टाइम्स