दिल्ली पुलिस में भारी तबदीली, नीरज कुमार सैफ

नई दिल्ली .. दिल्ली में बढ़ते क्राईम के ग्राफ़ और पुलिस के किरदार पर उठ रहे सवालात के बीच‌ दिल्ली पुलिस में भारी रद्दोबदल किया गया है। अगरचे सवालात के कटहरे में सब से ज़्यादा दिल्ली पुलिस कमिशनर नीरज कुमार थे।लेकिन नीरज कुमार पर फ़िलहाल कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इस तबदीली में चार डी सी पी को बदला गया है।इन में से दो डी सी पी को दिल्ली से बाहर भेज दिया गया है। छाया शर्मा साउथ की डी सी पी थीं जिन्हें दिल्ली से बाहर मीज़ोरम भेज दिया गया।

पिछ्ले साल 16 दिसम्बर को चलती बस में एक 23 साल की तालिबा से वहशयाना गैंग रेप किया गया था इस वाक़िये के वक़्त छाया शर्मा ज़िले की पुलिस सरबराह थीं। छाया शर्मा के शौहर विवेक किशोर जो कि डीसीपी हेडक्वॉटर थे उन्हें भी मिजोरम भेज दिया गया।

प्रभाकर ईस्ट दिल्ली में डिप्टी कमिशनर थे, उन्हें पी ऐम सिक्युरिटी में भेज दिया गया है। प्रभाकर, 2003 बीच के आई पी ऐस अफ़्सर हैं। उनके इलाक़े में ही पाँच साल की बच्ची के साथ वहशयाना रेप हुआ था और पुलिस की भारी लापारवाई सामने आई थी। छाया शर्मा की जगह जुनूबी दिल्ली में भोला शंकर जयसवाल को डी सी पी की ज़िम्मेदारी दी गई है। दूसरी तरफ़ प्रभाकर की जगह अजय कुमार को ईस्ट दिल्ली की ज़िम्मेदारी दी गई। अजय कुमार 2001 बीच के आई पी ऐस अफ़्सर हैं। अजय अभी तक वज़ीर-ए-आज़म की हिफ़ाज़त का ज़िम्मा सँभाल रहे थे. संजय कुमार बैरूनी डी सी पी थे जिन्हें हटा कर पी ऐम सिक्युरिटी में डाल दिया गया है।

वज़ारत-ए-दाख़िला पाँच साल की बच्ची से रेप के बाद पुलिस पर लगे रहे जिन की तफ़तीश करवा रहा था इन में तक़रीबन तमाम इल्ज़ाम सही पाए गए हैं। ये भी साबित हो गया कि दिल्ली पुलिस की तरफ़ से रेप की शिकार‌ गुड़िया के वालिद को ख़ामोश रखने के लिए 2000 हज़ार रुपय दिए थे। दिल्ली पुलिस से इधर कई माम‌लात में भारी ग़लती हुई है। सब से ज़्यादा रुसवाई तो तब हुई थी जब मग़रिबी बंगाल के वज़ीर-ए-ख़ज़ाना ग़ैर दोस्ताना के साथ एस एफ आइ कारकुनों ने हाथापाई की। दूसरी तरफ़ ममता बनर्जी को भी मुज़ाहिरीन ने घेर लिया था।