नई दिल्ली: दिल्ली के क़दीम राजिंदर नगर इलाक़े में एक ही ख़ानदान के 3 अफ़राद के क़तल के सिलसिले में 7 मुल्ज़िमीन बिशमोल 2 नाबालिगों को हिरासत में ले लिया गया जिस में राजन सिंह , राजिंद्र सिंह , संजय कुमार , हरेंद्र , राम किशवर और दीगर 2 जेवनल) नाबालिग़ लड़के) शामिल हैं।
डीसीपी( सेंटर्ल) प्रेम अदित्य ने बताया कि हरेंद्र और राम किशवर को उत्तरप्रदेश में बुलंदशहर के एक गाँव में गिरफ़्तार करलिया गया जबकि दीगर 2 मुल्ज़िमीन दिल्ली में पकड़े गए और एक मुल्ज़िम हुनूज़ मफ़रूर है। उन्होंने बताया कहा तिवार की सुबह संजय उनकी अहलिया ज्योति और उनका फ़र्ज़ंद पवान अपनी क़ियामगाह क़दीम राजिंदर नगर में मुर्दा पाए गए। उनका मकान लूट लिया गया था।
पुलिस ने एक केस दर्ज कर के तहकीकात के लिए 25 टीमों को मुतय्यन कर दिया था। बावसूक़ ज़राए से इत्तेला मिलने पर राजन और राजिंदर को गिरफ़्तार करलिया गया और पूछताछ के दौरान मज़ीद नामों का इन्किशाफ़ ,दीगर मुल्ज़िमीन को भी पकड़ लिया गया। पुलिस तहकीकात में पता चला है कि मकान में डाका डालने के लिए क़तल की वारदात अंजाम दी गई है।
महलूक संजय जो कि सरकारी मुलाज़िम से प्रॉपर्टी डीलर बन गया था। राजन को रिएल स्टेट में सरमायाकारी की तरग़ीब दी थी और राजन को भिनक लग गई थी कि संजय केपास कसीर सरमाया है जिसने उन्हें क़तल करने का मन्सूबा बनाया और दीगर साथियों के तआवुन से संजय के मकान में बात चीत के बहाने दाख़िल हुए और संजय और उनकी अहलिया और फ़र्ज़ंद का क़तल कर दिया लेकिन मकान की तलाशी लेने पर उन्हें दौलत हाथ नहीं लगी।
दूसरे दिन सुबह जब घरेलू मुलाज़िमा संजय के मकान पहुंची तो क़तल वाक़िया का इन्किशाफ़ हुआ जिसने पुलिस को इत्तेला दी थी।