दिल्ली में गिरफ़्तार हैदराबादी नौजवान को ज़मानत

नई दिल्ली 19 नवंबर: दिल्ली की एक अदालत में हैदराबाद के एक नौजवान रहमत पाशाह को ज़मानत दे दी जिसे मुबय्यना तौर पर ख़ौफ़नाक दहश्तगर्द तंज़ीम दाअश के बारे में जिहादी वैब साईट पर चैटिंग में शामिल होने और अपने क़बजे में असलाह रखने पर गिरफ़्तार किया गया था।

चीफ़ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट संजय खनगवाल ने 28 साला मुहम्मद रहमत पाशाह को 25 हज़ार रुपये के शख़्सी मुचल्का और इस के मसावी रक़म पर ज़मानत दी।

दिल्ली पुलिस के ख़ुसूसी सेल ने रहमत पाशाह को बैरून नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 5 अक्टूबर को गिरफ़्तार किया था जब मुबय्यना तौर पर उस के क़बजे में 9 कारतूस के साथ दो देसी साख़ता पिस्तोल पाए गए थे।

पुलिस ज़राए के मुताबिक़ रहमत पाशाह आई एस आई एस के बारे में मुख़्तलिफ़ जिहादी वैब साईट्स पर चैटिंग किया करता था लेकिन दौरान तहक़ीक़ात पता चला कि इस ख़ौफ़नाक तंज़ीम से इस का कोई ताल्लुक़ नहीं है।

पाशाह के ख़िलाफ़ दायर करदा एफ़ आई आर में पुलिस ने इल्ज़ाम आइद किया था कि वो मुश्तबा तौर पर मुल्क दुश्मन और मुजरिमाना साज़िशों में शामिल है लेकिन दरख़ास्त ज़मानत पर अदालती में बेहस के दौरान मुल्ज़िम के वकील एम एस ख़ान ने दलील पेश की के उनका मुवक्किल साफ़ सुथरे रिकार्ड का हामिल है और माज़ी में कभी भी किसी भी जुर्म में शामिल नहीं रहा है।