दार-उल-ख़लाफ़ा के तमाम छः डिस्ट्रिक्ट अदालतों के वुकला ( वकीलों) ने तीन जज्स ( न्यायधीशों) पर हमला के ख़िलाफ़ एक रोज़ा हड़ताल कर दी। गुज़शता शब ( पिछली/ गुजरी रात) दक्षिण पूरी में ये वाक़्या ( घटना) उस वक़्त पेश आया जब एडीशनल डिस्ट्रिक्ट जज इंद्रजीत सिंह एडीशनल सेशन जज एम के नागपाल और मेट्रो पोलटीन मजिस्ट्रेट अजए गर्ग एक कार में अंबेडकर नगर जा रहे थे ।
दरीं असना डिस्ट्रिक्ट कोर्टस बार एसोसीएशन को आर्डीनेशन कमेटी के सदर नशीन कुलदीप शेरावत ने कहा कि दिल्ली में अब सड़कों पर हमलों के वाक़्यात ( घटनायें) में इज़ाफ़ा होता जा रहा है जिस में अब जोडीशील ओहदेदारान भी महफ़ूज़ नहीं हैं । उन्होंने कहा कि हम सब हमलों की मुज़म्मत करते हैं । जब मुल्क के दार-उल-ख़लाफ़ा में जज्स ( न्यायधीश) तक महफ़ूज़ नहीं हैं तो आम आदमी के बारे में कुछ ना कहना ही बेहतर है ।
शहर की ला ऐंड आर्डर सूरत-ए-हाल बहुत ज़्यादा बिगड़ चुकी है । ज़रूरत इस बात की है कि पुलिस फ़ौरी तौर पर ख़ातियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करे । पुलिस के मुताबिक़ जब जजसट दक्षिण पूरी पहुंचे तो उस वक़्त एक मोटर साईकल सवार ने उन की कार कर टक्कर दी । इस के बाद मोटर साईकल सवारों ने ना सिर्फ जजस बल्कि उन के ड्राईवर को भी शदीद तौर पर ज़िद-ओ-कूब किया ।
मजिस्ट्रेट गर्ग के सिर पैर में शदीद ( सख्त) चोटें आएं और ड्राईवर भी शदीद तौर पर ज़ख्मी हुआ जिन्हें एम्स के ट्रोमा सेंटर में शरीक ( भर्ती) किया गया । हमलावर अपनी मोटर साईकल वहीं छोड़कर फ़रार हो गए ।