दिल्ली में झारखंड की बेटियों से तरसील करा कर फरोख्त किए जा रहे बच्चे

दिल्ली में काम कर रही गुमला की कम उम्र की लड़कियों से बच्चा पैदा करा कर बेना औलाद वाले को बेचा जाता है। इस धंधे में दिल्ली का एक गिरोह सरगर्म है। गिरोह का तार गुमला से जुड़ा हुआ है। इसका खुलासा बसिया के पतुरा गांव की सुमति ने किया है। सुमति दो महीने पहले दिल्ली से लौटी है। जुमेरात को सुमति शिकायत लेकर गुमला वाकेय चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) दफ्तर आयी थी। सुमति के साथ उसकी बहन व जीजा थे।

उन्होंने सीडब्ल्यूसी के मेम्बर संजय भगत से अपना दुखड़ा बताया और इसी दौरान गुमला की लड़कियों के ज़ुल्म की जानकारी दी। सुमति ने कहा कि झारखंड मैन पावर ब्यूरो की सरपरस्त नैना दिल्ली में कई गलत काम करती है। अभी भी उसके यहां सात लड़कियां हैं। वहां लड़कियों से बच्चे पैदा करके बेऔलाद लोगों को लाखों रुपये में बेचा जाता है। सुमति ने कहा कि बसिया थाना जा रहे थे। लेकिन कार्रवाई करने को लेकर थाना पर भरोसा नहीं, इसलिए सीडब्ल्यूसी के पास आये हैं, ताकि मुजरिमों के खिलाफ कार्रवाई हो सके।

सुमति को नहीं मिली मजदूरी

सुमति दिल्ली में छह साल आठ महीने तक दो घरों में काम करती रही, लेकिन उसे मजदूरी के नाम पर पैसा नहीं मिला है। सीडब्ल्यूसी से उसने छह साल की बकाया मजदूरी दिलाने व दलालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

10 हजार में बेची गयी थी सुमति

सुमति ने बताया कि आठ साल पहले पतुरा गांव के चैन सिंह उसे दिल्ली ले गया था। इसके बाद 10 हजार रुपये में बसिया की नैना कुमारी उर्फ मालती के पास बेच दिया। मालती ने उसे सबसे पहले राजेश सिंह के घर में काम पर लगा दिया। वहां तीन साल काम की। इसके बाद नैना ने उसे वहां से हटा कर कृति नगर वाकेय संजय नरूला के यहां काम पर रखवा दिया। वहां तीन साल सात महीने काम की। लेकिन उसे पैसा नहीं मिला। दो महीना पहले चैन सिंह ने उसे दिल्ली से बसिया पहुंचाया। सुमति ने बताया कि जब उसे दिल्ली ले जाया गया था, उस वक़्त उसकी उम्र 14 साल था। अब उसकी उम्र 21 साल हो गयी है।

मामला आया है। लड़की को अहले खाना के साथ पीर को बुलाया है। मामला संगीन है। इसकी जांच की जायेगी। सुमति जिन लोगों का नाम बता रही है, पहले भी लड़की बेचने में उन लोगों के नाम आ चुके हैं। जांच कर थाने में एफआइआर करायी जायेगी।

संजय भगत, मेम्बर, सीडब्ल्यूसी

बाशुक्रिया : प्रभात खबर