नई दिल्ली, ३१ अक्टूबर ( पी टी आई) दार-उल-ख़लाफ़ा ( राजधानी) में डेंगू बुख़ार के मरीज़ों की तादाद 1000 के क़रीब हो गई है जो तशवीशनाक बात है । मच्छर से फैलने वाली इस बीमारी से मज़ीद 36 अफ़राद मुतास्सिर बताए गए हैं जिस से मजमूई तादाद अब 985 हो गई है जो 1000 से क़रीबतर होती जा रही है ।
ये तमाम 36 मुआमलात तीन बलदी हदूदों (Muncipal Area) से ताल्लुक़ रखते हैं जिन में सब से ज़्यादा शाह ( शुमाली) ज़ोन है । जारीया माह के अवाइल में जब डेंगू बुख़ार फैलना शुरू हुआ था उस वक़्त से अभी तक दो बच्चे फ़ौत हो चुके हैं ।
दूसरी तरफ़ जुनूबी दिल्ली म्यूनसिंपल कारपोरेशन ने रिपोर्ट दी है कि डेंगू के सबसे ज़्यादा मुआमलात उस की हदूद ( Area) में हैं जिस की तादाद 371 बताई गई है जबकि शुमाली दिल्ली से डेंगू के 321 मुआमलात सामने आए हैं । मशरिक़ी दिल्ली में डेंगू के 249 मुआमलात बताए गए हैं ।
दिल्ली कैन्टोमेन्ट भी एक ऐसा इलाक़ा है जहां डेंगू के मरीज़ मौजूद हैं । यहां इस बात का तज़किरा बेजा (अनुचित) ना होगा कि हाल ही में बाली वुड के मशहूर-ओ-मारूफ़ हिदायतकार यश चोपड़ा भी डेंगू बुख़ार से चल बसे थे जिस के बाद फ़िल्म स्टूडीयो के महफ़ूज़ होने पर सवालिया निशान लग गया था ।
फ़िल्म स्टूडीयो मैं अदवियात (दवाओं) का छिड़काओ किए जाने के लिए म्यूनसिंपल कारपोरेशन ( मुंबई) ने हालाँकि हमेशा इसरार किया है लेकिन अदवियात की तेज़ और नाक़ाबिल-ए-बर्दाश्त बू की वजह से शूटिंग शैडूल मुतास्सिर होने की शिकायत पर स्टूडीयो को हमेशा अदवियात के छिड़काओ से महरूम रखा गया लेकिन अब शायद बाली वुड को भी अपनी फ़ाश (ज़ाहिर) ग़लती का एहसास हो गया है और डेंगू की रोक थाम के लिए हर मुम्किना इक़दामात ( कार्य) करने का फ़ैसला किया गया है ।
डेंगू बुख़ार भी बर्ड फ्लू की तरह कभी ज़ोर पकड़ता रहा और कभी इस की शिद्दत में कमी होती गई लेकिन हर रियासत की म्यूनसिंपल कारपोरेशन की ये ज़िम्मेदारी होनी चाहीए कि वो हिफ़्ज़ान-ए-सेहत के उसूलों पर हमेशा की तरह कारबन्द रहे ।