दारुल हुकूमत दिल्ली में सरकार बनाने को तोड़जोड़ के बीच नई दिल्ली सीट से बीजेपी एमपी मीनाक्षी लेखी को वज़ीर ए आला बनाये जाने की मांग वाले पोस्टर नजर आए। हालांकि इन पोस्टर से यह साफ नहीं हो पाया कि यह किसने लगाये हैं। पोस्टर पर मीनाक्षी के साथ वज़ीर ए आज़म नरेंद्र मोदी की भी तस्वीर लगी है।
खबरों के मुताबिक बीजेपी जुलाई के दूसरे हफ्ते में संसद का बजट सेशन शुरू होने से पहले दिल्ली में सरकार बना सकती है, लेकिन सबसे बड़ा मसला वज़ीर ए आला को लेकर है जहां चार नाम टकरा रहें हैं। इनमें रामवीर बिधूड़ी, जगदीश मुखी, विजय गोयल और मीनाक्षी लेखी हैं।
एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक, पार्टी के ज़्यादतर एलएलए की राय है कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी से टूटकर आने वाले मेम्बरों के सहारे सरकार बनाई जाए।
दिल्ली विधानसभा में कुल एमएलए की तादाद 70 है। आप के 28 एमएलए चुने गए थे। इनमें से विनोद कुमार बिन्नी का अब आप से नाता टूट गया है। भाजपा के 32 (अकाली दल का एक एमएलए समेत) एमएलए चुने गए थे। भाजपा के तीन एमएलए एमपी बन गए हैं। कांग्रेस के आठ एमएलए हैं।
इस तरह बन सकती नई सरकार
– इस वक्त विधानसभा में मेमबरों की तादाद 67 है। आप के 10 एमएलए मेम्बरशिप से इस्तीफा दे दें तो विधानसभा में 57 एमएलए रह जाएंगे और बीजेपी अपने 29 एमएलए से सरकार बना सकेगी।
– कांग्रेस के 6 एमएलए टूटकर बीजेपी को ताईद देते हैं, तब भी भाजपा की सरकार को क्सरियत मिल जाएगी।
8 10 एमएलए विधानसभा में अक्सरियत के इम्तेहान में शामिल न हों। तब भाजपा अक्सरियत साबित कर सकेगी। एक बार अक्सरियत साबित होने के बाद सरकार 6 महीने के लिए महफूज़ हो जाएगी।