दिल्ली में दूसरे दिन भी लगातार‌ बारिश

नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में आज दूसरे दिन भी भारी बारिश के कारण शहर के अधिकांश क्षेत्र झील में बदलने और यातायात अस्त-व्यस्त हो गई। दिल्ली में कुल जारीया मानसून की सबसे अधिक बारिश शाम 5-30 बजे तक 63.1 मिमी दर्ज की गई और रात भर समय-समय पर बारिश का सिलसिला जारी रहा। मौसम विभाग ने बताया कि सफदरजंग रसदगाह में आज सुबह 8-30 बजे बारिश 63.5 मिमी और पालम रसदगाह में 55.6 मिमी दर्ज की गई।

हवा में नमी का स्तर 90 प्रतिशत और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्स रहा। गुरगाउं और एयरपोर्ट दिशा जाने वाली सड़कों पर यातायात जाम हो जाने से आज कार्यालयों और स्कूलों को जाने वालों को परेशानी पेश आई। व्यस्त सड़कों पर पानी जमा हो जाने से कई वाहन थम गये। इस बीच एक सर्वेक्षण में बताया गया है कि जोरदार बारिश से न केवल सड़कों पर यातायात अवरुद्ध हो जाती है बल्कि देश के राष्ट्रीय सकल दर उत्पादन (GDP) भी रुक जाता है क्योंकि वर्कर्स और कर्मचारियों के घंटे यातायात में फंस जाने से उत्पादक कार्य में बाधित हो जाती है।

यातायात सगनलों पर फंसे 78 प्रतिशत नगरयान दिल्ली ने बताया कि सड़कों पर पानी जमा हो जाने से उनका समय बर्बाद हो जाता है जिसके परिणाम में काम के घंटे खोना पड़ता है। इसी तरह की स्थिति चेन्नई में 68 प्रतिशत, मुंबई में 66 प्रतिशत और बेंगलुरु में 58 प्रतिशत है। सर्वेक्षण में कहा गया है कि सरकार को यह एहसास होना चाहिए कि शहरों में वर्षा जल समग्र दर उत्पादन (GDP) पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। क्योंकि सड़कों पर घंटों ट्रैफिक जाम होने से कर्मचारियों देरी से कार्यालयों पहुंचे हैं और बेंगलुरु जैसे शहर में साफ्टवेयर उद्योग बुरी तरह प्रभावित हो जाती है। जिसके मद्देनजर व्यस्त सड़कों और राजमार्गों में यातायात व्यवस्था में सुधार की जरूरत है। जिसके लिए प्लास्टिक बैग पर प्रतिबंध, सड़कों पर गड्ढे की भरपाई, सबवे में निष्क्रिय पंपों की मरम्मत और डरीनस में कचरा फेंकने पर प्रतिबंध लगाया जाए।