दिल्ली में हुकूमत बनाने को लेकर अटकलें एक बार फिर तेज हो गई हैं| दिल्ली के नायब गवर्नर नजीब जंग ने सदर जम्हूरिया प्रणब मुखर्जी को खत लिखकर कहा है कि सबसे बड़ी पार्टी को हुकूमत बनाने का मौका दिया जाना चाहिए|
दिल्ली में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है| एलजी के खत चिट्ठी का मतलब ये है कि दिल्ली में बीजेपी को हुकूमत बनाने का मौका मिल सकता है| एलजी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बीजेपी को विधानसभा में अपनी अक्सरियत साबित करने का मौका मिलना चाहिए| एलजी के खत के बाद सदर जम्हूरिया ने मरकज़ी हुकूमत के पास उसकी राय पूछे है|
दिल्ली बीजेपी के सदर सतीश उपाध्याय ने कहा है कि, ”हम गवर्नर के बुलाने पर गौर करेंगे. हमारे पास 29 एमएलए हैं| बीजेपी के तीन एमएलए हर्षवर्धन, रमेश विधूड़ी और परवेश वर्मा एमपी बन गए हैं और विधानसभा से इस्तीफा दे चुके हैं|”
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के नायब गवर्नर पर हमला करते हुए इस कदम को गैर आईनी करार दिया है| वहीं आम आदमी पार्टी के लीडर शुतोष का कहना है कि, ”दिल्ली में बीजेपी को हुकूमत बनाने का मौका नहीं मिलना चाहिए. एलजी नजीब जंग अपनी कुर्सी को बचाना चाहते हैं| बीजेपी को हुकूमत बनाने के लिए बुलाना गैर आइनी|”
वहीं आज़ाद उम्मीदवार रुकन असेम्बली रामबीर शौकीन का कहना है कि, ”कोई एमएलए इलेक्शन नहीं चाहता है| हम बीजेपी की ताईद करेंगे|”
दिल्ली में हुकूमत बनाने के लिए 35 एमएलए का अक्सरियत होनी चाहिए. दिल्ली में बीजेपी और अकाली दल के मिलाकर के 29 एमएलए हैं| इसलिए वही सबसे बड़ी पार्टी है| दिल्ली में केजरीवाल के इस्तीफा देने के बाद सदर राज लगा हुआ है|