दिल्ली में हुकूमत बनेगी या इलेक्शन होंगे, इसका फैसला आज सुप्रीम कोर्ट पर भी काफी हद तक मुंहसिर है। दिल्ली में हुकूमत बनाने को लेकर जुमे के रोज़ सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है। दिल्ली इलेक्शन कमिशन का कहना है कि अगर विधानसभा तहलील होती है तो दिल्ली में इलेक्शन कराने के लिए 6 महीने का वक्त मिल जाएगा।
यह फैसला हुकूमत को एक हफ्ते के अंदर लेना पडेगा, क्योंकि अगर विधानसभा तहलील नहीं होती तो 30 नवंबर से पहले दिल्ली में बाई इलेक्शन कराने पडेंगे। दिल्ली के हालातअब बेहद उलझ गई है। बीजेपी हरियाणा और महाराष्ट्र में होने जा रहे इंतेखाबात के नतीजों का इंतजार कर रही है।
ज़राये से मिली जानकारी के मुताबिक, बीजेपी हुकूमत कोर्ट में कुछ और वक्त मांग सकती है ताकि ये इलेक्शन से पता चल जाएगा कि लोगों का रूझान किस तरफ है। हालांकि बीजेपी लीडर दोहरा रहे हैं कि वे हर हालात के लिए तैयार हैं, लेकिन जोड-तोड करके हुकूमत नहीं बनाएंगे। कांग्रेस ने फिर दोहराया है कि विधानसभा तहलील करके दिल्ली में इंतेखाबात कराए जाएं। आम आदमी पार्टी भी इलेक्शन कराना चाहती है।
दिल्ली इलेक्शन कमिशन के मुताबिक, अगर 10 अक्टूबर को विधानसभा तहलील करने का ऐलान किया जाता है तो दिल्ली में 10 अप्रैल तक इलेक्शन कराए जा सकते हैं, लेकिन यह सारा दारोमदार हुकूमत के ऊपर मुंहसिर करता है। दिल्ली में किसी भी पार्टी के पास अक्सरियत ना होने के सबब हुकूमत बनाने में अडचनें आ रही हैं। हुकूमत बनाने को लेकर कई तरह के फॉर्मूले अपनाए जा चुके हैं, लेकिन किसी भी फार्मूले से कोई हल नहीं निकला है।