दिल्ली में बिगड़ सकते हैं हालात, जमुना का जलस्तर खतरे से ऊपर बढ़ा!

राजधानी दिल्ली में यमुना के लगातार अपने उफान पर है और यहां यमुना में लगातार जलस्तर बढ़ता जा रहा है। इस वजह से दिल्ली में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी की वजह से आज सुबह पुरानी दिल्ली रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर 205.50 पहुंच गया है।

इससे पहले शनिवार रात 9 बजे तक यमुना का जलस्तर 205.3 मीटर था। फिलहाल यह खतरे के निशान से 47 सेंटीमीटर से ज्यादा ऊपर है। बैराज से शनिवार को 5 लाख क्यूसेक पानी और छोड़ा गया था जो रविवार शाम तक दिल्ली पहुंचेगा। इससे स्थिति और बिगड़ने का अंदेशा है। बिगड़ते हालातों की वजह से यमुना के किनारे रहनेवाले परिवारों को अपना घर छोड़ना पड़ा है।

आशंका को देखते हुए केजरीवाल ने शनिवार को उप मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य एवं शहरी विकास मंत्री मनीष सिसोदिया के साथ सभी संबंधित मंत्रालयों और विभागों की आपात बैठक की।बैठक की अध्यक्षता करते हुए केजरीवाल और सिसोदिया ने बाढ़ की आशंका के मद्देनजर सभी मंत्रालयों और विभागों की तैयारियों की समीक्षा की।

सभी मंत्रालय और विभागों ने मुख्यमंत्री को बताया कि वे निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। आपात स्थिति से निपटने के लिए त्वरित कार्रवाई दल पूरी तरह से सक्रिय हैं।

केजरीवाल ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आपातकालीन नियंत्रण कक्ष नंबर 1077 के बारे में विज्ञापन के जरिए जानकारी दी जाए ताकि लोगों को इसके बारे में पता चल सके। बाढ़ की स्थिति में लोग इस नंबर का इस्तेमाल कर सकते हैं।

उफनती यमुना को देखते हुए यमुना के किनारे के कई इलाके खाली कराए गए हैं। माइक से लोगों को अलर्ट किया जा रहा है। दिल्ली सरकार के बाढ़ एवं सिंचाई विभाग के मुताबिक दिल्ली में यमुना के पानी का स्तर बहुत तेजी से बढ़ रहा है जिसे लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है।

2013 में हुए एक सर्वे के मुताबिक पूर्वी दिल्ली में ही यमुना किनारे करीब 12,000 ऐसे किसान रहते हैं, जो सब्जी उगाने का काम करते हैं। इन सभी लोगों को यहां से जाने को कहा गया है।