नई दिल्ली: दिल्ली यूनीवर्सिटी ने विश्व हिंदू परिषदसे मुल्हिक़ा एक तंज़ीम को अपने अहाते में राम जन्मभूमि मंदिर के मौज़ू पर समिनार मुनाक़िद करने की इजाज़त देने का फ़ैसला किया है जिसके ख़िलाफ़ तलबा-ओ-असातिज़ा ने सख़्त एहतेजाज करते हुए इस को यूनिवर्सिटी कैम्पस को फ़िर्कावाराना रंग देते हुए सूरत-ए-हाल को मुकद्दर बनाने की कोशिश क़रार दिया है।
यूनीवर्सिटी ने वज़ाहत की कि समिनार मौज़ू से इसका कोई सरोकार नहीं है और मेज़बान इदारे ने इस के इनीक़ाद के लिए जगह हासिल की है जो बैरूनी अफ़राद के लिए भी दस्तियाब है। ”श्री राम जन्मभूमि मंदिर उभरती हुई सूरत-ए-हाल’ के ज़ेर-ए-उनवान दो-रोज़ा समिनार9 जनवरी से दिल्ली यूनीवर्सिटी की आर्टस फैकल्टी में वशसथा अनुसंधान पैथ के ज़ेर-ए-एहतेमाम शुरू हो रहा है|