दिल्ली हाइकोर्ट के रूबरू धमाका ,11 हलाक, 91 ज़ख़मी

तहक़ीक़ात एन आई ए के सपुर्द, हरकत उल-जिहाद इस्लामी ने धमाका की ज़िम्मेदारी क़बूल करली, मुश्तबा अफ़राद के ख़ाके जारी
नई दिल्ली । 7 सितंबर (पी टी आई) दिल्ली हाइकोर्ट के पर हुजूम अहाता में एक ताक़तवर तरीन ब्रीफकेस धमाका हुआ, जिस में 11 अफ़राद हलाक और 91 ज़ख़मी हुए। 3 साल के वक़फ़ा के बाद दार-उल-हकूमत दिल्ली बहुत बड़े दहश्तगर्द हमले से दहल गई। ये धमाका गेट नंबर 4 और 5 के दरमयान 10 बजकर 14 मिनट सुबह हुआ। इस वक़्त हाइकोर्ट के अहाता में तक़रीबन 200 अफ़राद मौजूद थे, जिन में ज़्यादा तर अपने मुक़द्दमों की कार्रवाई केलिए हाज़िर हुए थे और हाइकोर्ट के बाहर गेट पास हासिल करने केलिए क़तार में इंतिज़ार कररहे थे। इस वक़्त कई वुकला भी मौजूद थे। धमाका के बाद हाइकोर्ट के इलाक़ा में कटे फटे इंसानी जिस्म के आज़ा ख़ून में लत पत् बिखरे पड़े हुए थे। यहां दिलख़राश मंज़र पेश कररहा था। धमाका की शिद्दत से अहाता में गढ़ा पड़ गया। अदालत को आने वालों पर निगरानी रखने केलिए सी सी टी वेज़ नसब नहीं किए गए थे। मीडीया के दफ़ातिर को बंगला देश की दहश्त तंज़ीम हरकत इलजा हद इस्लामी की जानिब से तहरीर करदा एक मील मौसूल हुआ था, जिस में इस तंज़ीम ने धमाका की ज़िम्मेदारी क़बूल करने का दावा किया है। मेल में दावा किया गया कि ये धमाका पार्लीमैंट पर हमला करने वाले मुबय्यना मुजरिम अफ़ज़ल गुरु को सज़ाए मौत देने के ख़िलाफ़ और उन्हें राहत देने का मुतालिबा के तौर पर किया गया है। दिल्ली हाइकोर्ट में 4 माह के इंद्रिय दूसरा धमाका है। 25 मई को एक धमाका हुआ था जिस में कोई ज़ख़मी नहीं हुआ। दिल्ली पुलिस ने दो मुश्तबा अफ़राद के ख़ाके जारी किए हैं, जिन्हों ने अदालत के बाहर एक सूटकेस में बम रखा था। ये इलाक़ा पार्लीमैंट हाइज़ से सिर्फ दो केलो मीटर दूर वाक़्य है। धमाका में मुलव्वस मुश्तबा अफ़राद के ख़ाके जारी किए गए हैं, जिन में 26 साला और 50 साला शख़्स का ख़ाका है। ये ख़ाका ऐनी शाहिदीन के बताए गए हुल्या के मुताबिक़ तैय्यार किया गया है। अदालत में दाख़िल होने केलिए ऐन्ट्री पासीस हासिल करने क़तार में ठहरे हुए अफ़राद ने ब्रीफकेस के साथ सफ़ैद करते में मलबूस शख़्स भी नज़र आया था। स्पैशल सैक्रेटरी दाख़िली सलामती यू के बंसल ने कहा कि धमाके में 11 अफ़राद हलाक , 91 ज़ख़मी हुए है, जिन में से 2 की हलाकत नाज़ुक बताई गई है। ज़ख़मीयों को राम मनोहर लोहीअ हॉस्पिटल में शरीक किया गया है। धमाका की तहक़ीक़ात की ज़िम्मेदारी हुकूमत ने क़ौमी तहक़ीक़ाती एजैंसी एन आई ए के हवाले की है। इन आई ए के सरबराह ऐस ऐस सिन्हा ने कहा कि 20 रुकनी टीम डी आई जी की क़ियादत में काम करेगी।धमाका केलिए नाइट्रेट पर मबनी PETN से मरबूत अशीया का इस्तिमाल किया गया। जो एक कीमीयाई धमाका था। वज़ीर-ए-दाख़िला चिदम़्बरम ने कहा कि धमाका शिद्दत वाला था और ये दहश्तगर्द हमला है। वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह बंगला देश के दौरा से वापिस होकर अर पोर्ट से सीधे राम मनोहर लोहीअ दवाख़ाना पहुंचे और ज़ख़मीयों की इयादत की। क़ौमी दार-उल-हकूमत के क़लब कान फाड़ देने वाले धमाका के बाद जिस की आवाज़ एक केलो मीटर तक सुनाई दी, अफरा तफरी पैदा होगई थी। बाअज़ अफ़राद ने समाअत से महरूम होजाने की शिकायत की। टूटे हुए आज़ाए जिस्मानी और गोश्त के लोथड़े कांच के टुकड़ों के साथ मुक़ाम वारदात पर हर तरफ़ बिखरे हुए थे। एक ऐनी गवाह मुहम्मद ने कहा कि वो अपने दोस्त के साथ पास के हुसूल के लिए फाटक के पास खड़ा हुआ था जबकि एक शख़्स सफ़ैद क़मीज़ में अपने हाथ में ब्रीफकेस लिए हुए आया और क़तार में ख़सने की कोशिश करने लगा। चंद ही लम्हों बाद धमाका सुनाई दिया। एक मुक़द्दमा के फ़रीक़ राहुल गुप्ता ने कहा कि वो धमाका के मुक़ाम से सिर्फ 10 मीटर के फ़ासिला पर था इस ने कई लोगों को ख़ून के तालाब में हर तरफ़ पड़े हुए देखा। ज़ख़मीयों को राम मनोहर लोहीअ, सफदरजंग और एम्स हॉस्पिटल्स मुंतक़िल किया गया। राम मनोहर लोहीअ हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने कहा कि ज़्यादा तर अफ़राद को किरचियों से ज़ख़म आए हैं। और तमाम कमर से नीचे के आज़ा ज़ख़मी हुए हैं। बाअज़ अफ़राद को झुलस जाने की वजह से भी ज़ख़म आए हैं। बताया जाताहीका महलोकीन में ज़्यादा तर मुस्लिम शामिल हैं। महलोकीन और ज़ख़मीयों केलिए ऐक्स गरीशया-ए-का ऐलान किया गया है। दिल्ली हुकूमत ने महलोकीन के अरकान ख़ानदान को फी कस 4 लाख रुपय और ज़ख़मीयों को एक लाखता 50 हज़ार रुपय देने का ऐलान किया है।