देश के तमाम मीडिया चैनलों पर असहिष्णुता को लेकर चल रही बहस चाहे खत्म हो गई हो लेकिन देश इस सच सच को नहीं झुठला सकता की मोदी सरकार के सत्ता में आने से देश में अल्पसंख्यकों और दलितों के साथ हो रहा भेदभाव सभी हदें पार कर चुका है।
इसी असहिष्णुता और इस्लामोफोबिआ की ताज़ा उदाहरण देखने को मिली दिल्ली के मयूर विहार मेट्रो स्टेशन पर जहाँ हिजाब पहने के रोजाना सफर करने वाली कॉलेज स्टूडेंट को सिक्योरिटी स्टाफ ने हिजाब पहना होने की वजह से मेट्रो स्टेशन में घुसने से रोक दिया। यही नहीं जब इस स्टूडेंट ने इसके पीछे की वजह पूछी तो मेट्रो सिक्योरिटी पर मौजूद अफसर ने बेहद बदतमीज़ी से इस लड़की से बात की।
इस घटना के बाद से हैरान परेशान लड़की हुमेरा खान ने इस वाक़्य को अपनी फेसबुक प्रोफाइल पर भी सांझा करते हुए बताया कि वह कॉलेज से घर जाने के लिए रोजाना की तरह मयूर विहार फेज 1 के मेट्रो स्टेशन पर पहुंची जहाँ उसे सिक्योरिटी चेक से गुज़ारा गया जोकि एक रूटीन चेक है, लेकिन इस दौरान सिक्योरिटी कर्मी ने अपने हाथ में पकडे मेटल डिटेक्टर को उसके सिर के चारों तरफ ऐसे घुमाया कि जैसे कि उसने हिजाब के नीचे कोई चीज़ छुपाई हो।
इसके बाद सिक्योरिटी कर्मी ने उसे हिजाब उतारने के लिए कहा जोकि उसने उतार दिया और सिक्योरिटी चेक पूरा होने पर उनसे जब उसने दोबारा हिजाब बांधना शुरू किया तो सिक्योरिटी कर्मी ने कहा कि आप इसे पहन कर अंदर नहीं जा सकती मैडम इसे (हिजाब को) उतारिये। अपने साथ हो रहे इस अजब बर्ताव को देख परेशान लड़की ने किसी सीनियर अधिकारी को बुलाने की मांग की जिस पर एक अफसर सिक्योरिटी चेकपॉइंट पर पहुंचा। लेकिन इस मेट्रो सिक्योरिटी अधिकारी ने बहुत ही गलत तरीके से बात करते हुए इस लड़की को कहा कि या वो हिजाब उतारे या यहाँ से चली जाए। इसके पीछे की वजह पूछने पर उक्त सीनियर अधिकारी और भड़क पड़ा और लड़की को वहां से चले जाने को कहने लगा।