दीनी मदरसा में पीने के पानी की अदम सरबराही

काग़ज़ नगर,8 अक्टूबर (सियासत डिस्ट्रिक्ट न्यूज़): काग़ज़ नगर मंडल के मौज़ा नंदी गौड़ा में मौलाना मुहम्मद अबदुर्रहीम फ़ैज़ अलक़ा सिमी ने एक दीनी मुदर्रिसा की बुनियाद 2008 -ए-में डाली। जिस में ग़रीब, यतीम-ओ-बेसहारा 57 तलबा-ए-को मुफ़्त दीनी तालीम दी जा रही ही।

नीज़ दार-उल-अक़ामा का भी माक़ूल इंतिज़ाम की। मौलाना मुहम्मद अबदुर्रहीम फ़ैज़ अलक़ा सिमी ने नामा निगारों को बताया कि मदरसा हज़ा में पीने का पानी अदम दस्तयाब है इस सिलसिला में महिकमा बलदिया में दरख़ास्त भी दी गई लेकिन महिकमा बलदिया के हुक्काम की तसाहली की वजह से आज तक पीने का पानी ग़रीब तलबा-ए-के लिए सरबराह नहीं किया गया हालाँकि काग़ज़ नगर शहर को पीदावागो नदी से जो पीने का पानी सरबराह किया जाता है मदरसा हज़ा के रूबरू है और ताज्जुब की बात तो ये है कि इस पानी की लाईन से शादी ख़ाने वनए गार्डन और एक होटल को भी पीने का पानी रोज़ाना सरबराह किया जा रहा है लेकिन दीनी मदरसा में पीने का पानी सरबराह करने केलिए टाल मटोल किया जा रहा ही।

हालाँकि रुकन असैंबली सर पर मिस्टर कावीटी सुमय्या से भी नुमाइंदगी की गई और उन्हों ने तहरीरी तौर पर म्यूनसिंपल कमिशनर को हिदायत दी और म्यूनसिंपल कमिशनर ने भी उसे मंज़ूरी दे दी लेकिन पानी की सरबराही का अमला इस तरफ़ दो साल से कोई तवज्जा नहीं दे रहा ही। जिस की वजह से तलबा-ए-को काफ़ी परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है,और तीन किलो मीटर की दूरी से पीने का पानी बज़ात-ए-ख़ुद लाया जा रहा ही। वाज़िह है कि दार-उल-उलूम मुहम्मदिया को महिकमा बर्क़ी भी बिजली की सरबराही के लिए तसाहली बरत रहा था। मिस्टर कावीटी सुमय्या रुकन असैंबली सर पर और जनाब अहमद नदीम ( इस वक़्त के ज़िला कलेक्टर ) ने नुमाइंदगी करने पर महिकमा बर्क़ी ने बिजली की सरबराही की मंज़ूरी दे दी।

जनाब मुहम्मद अबदुर्रहीम फ़ैज़ अलक़ा सिमी ने कहा कि दीनी मुदर्रिसा में पानी की सरबराही के लिए भी कुलैक्टर ज़िला आदिल आबाद से रब्त पैदा करना पड़ेगा तब ही महिकमा बलदिया इस तरफ़ तवज्जा देगा। आख़िर में उन्हों ने अर्बाब मजाज़ से गुज़ारिश की कि दीनी मुदर्रिसा में पीने के पानी की सरबराही के लिए मूसिर इक़दामात किए जाएं क्योंकि ये मुदर्रिसा अह्ले ख़ैर हज़रात के तआवुन से चल रहा ही, जहां मुफ़्त दीनी तालीम, शोबा नाज़रा, शोबा हिफ़्ज़ का नज़म ही। नीज़ तलबा-ए-को यूनीफार्म भी मुफ़्त दिया जाता ही। इलावा अज़ीं स्कालरशिप के तौर पर तमाम तलबा-ए-को हर माह पच्चास रुपय भी अता किए जाते हैं। इस मौक़ा पर जनाब मुहम्मद मुही उद्दीन सदर मुदर्रिसा, जनाब हाफ़िज़ मुफ़ीद अहमद और सैक्रेटरी जनाब मीर शुजाअत अली हाश्मी मौजूद थी।