दुआ-सलाम और दावत तो होगी लेकिन बात नही

नई दिल्ली, 08 मार्च: अजमेर शरीफ की जियारत के लिए हिंदुस्तान आ रहे पाकिस्तान के वज़ीर ए आज़म राजा परवेज अशरफ से दुआ सलाम और दावत तो होगी लेकिन कोई मुज़ाकरात नहीं होगी।

मेहमान को वाजिब प्रोटॉकाल देने के इलावा दोनों मुल्क के बीच रिश्ते में आए तनाव को दूर करने की सिम्त में कोई इख्तेयारी या सरकारी बातचीत नहीं होगी। अशरफ का यह एक दिन का दौरा सिर्फ महबी दौरा के तौर पर महदूद रखा जाएगा।

अशरफ कल यानी हफ्ते को इस्लामाबाद से जयपुर आएंगे। यहां उनकी अगुआई प्रोटोकॉल के तहत वज़ीर ए खारेजा सलमान खुर्शीद करेंगे।

मेहमानवाज़ी में प्रोटोकॉल के तहत खुर्शीद होटल रामबाग पैलेस में उनको दोपहर का खाना देंगे। इसके बाद अशरफ सीधे अजमेर जाएंगे।

यहां दरगाह शरीफ पर जियारत कर अशरफ फिर शाम को जयपुर लौटेंगे। फिर उसी दिन शाम को वह सीधे इस्लामाबाद लौट जाएंगे। इस सफर के दौरान वह वज़ीर ए आज़म मनमोहन सिंह समेत किसी भी सयासी हस्ती से नहीं मिलेंगे।

वज़ारत खारेजा के तरजुमान सैयद अकबरूद्दीन ने इस बारे में इत्तेला देते हुए कहा कि अशरफ की यह ज़ाती दौरा मज़हबी मकसद के लिए है और वे अपने खानदान तथा नातेदारों के साथ आ रहे हैं। इसलिए किसी सिफारती सतह से मुलाकात या बैठक को दौरे में शामिल नहीं किया गया है।

गुजश्ता साल अप्रैल में पाकिस्तान के सदर आसिफ अली जरदारी भी अजमेर शरीफ में जियारत करने आए थे। उस वक्त वह बाकायदा वज़ीर ए आज़म मनमोहन सिंह समेत तमाम सयासी हस्तियों से रूबरू हुए थे।

अशरफ को मुल्क के किसी सरबराही कियादत से मिलने या मुज़ाकरात करने का मौका न देने की वजह दोनों मुल्क के बीच मौजूदा तनाव को सबसे अहम वजह माना जा रहा है।

इसके इलावा पाकिस्तान में आइंदा तीन महीने में इलेक्श होने हैं जिसमें अशरफ का सियासी मुस्तकबिल भी बहुत साफ नजर नहीं आ रहा है।