पटना : पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने वाली सेंटर फॉर साइंस एंड इन्वॉयरमेंट संस्था ने अपनी रिपोर्ट पेश करते हुए कहा है कि भारत और विश्व को खुले में शौचमुक्त होने के लिए चार भारतीय राज्यों को अपने कार्यकलापों को भी साफ सुथरा करने की जरूरत होगी. वो राज्य बिहार, यूपी, ओड़िशा और झारखंड है।
दुनिया के 60% खुले में शौच करने वाले भारत में रहते हैं और भारत का 60% हिस्सा बिहार, यूपी, ओड़िशा और झारखंड में रहते हैं. संस्था की प्रमुख पर्यावरणविद सुनीता नारायण ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत बिहार को लगभग 202 लाख परिवारों के लिए शौचालयों का निर्माण करना होगा. मौजूदा स्थिति में सीएसई की रिपोर्ट बताती है, ग्रामीण स्वच्छता के मामले में इस राज्य की स्थिति सबसे खराब है.
पूरे देश में बिना शौचालय के 6.4 करोड़ परिवारों में से 22 फीसदी तो बिहार के ही हैं. जून, 2017 की स्थिति तक इस राज्य की 70 फीसदी आबादी को अब भी शौचालय तक पहुंच नहीं थी.
कि जहां भारत ने वर्ष 2019 तक खुले में शौचमुक्त होने का संकल्प लिया है, वहीं दुनिया ने वर्ष 2030 तक खुले में शौचमुक्त होने का लक्ष्य निर्धारित किया है.