मैदान अर्फ़ात 12 सितम्बर: अक़्ता आलम से जमा तक़रीबन 2 मिलियन मुसलमानों ने वक़ूफ़ अर्फ़ात के साथ हज की सआदत हासिल की। सुबह तुलू-ए-आफ़्ताब के बाद लब्बैक अल्लाहुम्मा लब्बैक की सदाओं में आज़मीन मिना के ख़ेमों से निकल कर मैदाने अर्फ़ात की तरफ़ रवाना हुए।
उन्होंने मैदाने अर्फ़ात पहुंच कर ज़ोहर और अस्र की नमाज़ मिलाकर अदा की और दुआओं-ओ-अज़कार में मसरूफ़ रहे। वलीअहद मुहम्मद बिन नाइफ़ जो सुप्रीम हज कमेटी के सरबराह हैं, उन्हें ख़ादिम हरमैन-ओ-शरीफ़ैन शाह सलमान ने अल्लाह के मेहमानों के लिए शानदार इंतेज़ामात और हज उमोर के कामयाबी के साथ इनइक़ाद पर मुबारकबाद दी।
दुनिया-भर के 164 ममालिक से तक़रीबन 1.32 मिलियन मुस्लमान यहां जमा हैं। ग़ैरमुल्की हुज्जाज किराम की तादाद 1,325,372 बताई गई है। पिछ्ले साल के मुक़ाबले ये तादाद 5% यानी 64,889 कम रही। वलीअहद ने शाह सलमान से केबल ख़िताब में हज इंतेज़ामात की तफ़सील से वाक़िफ़ किराया और अल्लाह का शुक्र बजा लाया कि उसने मुसलमानों की ख़िदमत का मौक़ा नसीब फ़रमाया।
उन्होंने कहा कि अल्लाह के मेहमानों को हर तरह की सहूलयात बहम पहुंचाने के लिए मुम्किना इंतेज़ामात किए जा रहे हैं। आज मैदान अर्फ़ात में मौसम किसी क़दर शदीद रहा लेकिन हुज्जाज किराम पर इस का कोई असर नहीं हुआ और वो मौसम की परवाह किए बग़ैर दुआओं-ओ-अज़कार में मसरूफ़ देखे गए। हर एक की ज़बान पर अल्लाह की हमद-ओ-सना थी और वो जज़बात से मग़्लूब हो कर अल्लाह से दुआएं मांग रहे थे।
उनकी आँखों में आँसू रवां थे और वो हज का मुक़द्दस फ़रीज़ा अदा करने पर रब के हुज़ूर शुक्र बजा ला रहे थे। हिन्दुस्तानी कौंसिल जनरल नूर उल रहमान शेख़ ने कहा कि तमाम हिन्दुस्तानी हुज्जाज किराम बख़ैर-ओ-आफ़ियत हैं और उन्होंने बहसन-ओ-ख़ूबी फ़रीज़ा हज अदा किया है। उन्होंने बताया कि वादई मिना में वाक़्ये ख़ेमों में ठंडक के लिए ग़ैरमामूली इंतेज़ामात किए गए हैं और कहीं से कोई शिकायत मौसूल नहीं हुई है।