दुनिया भर में बच्चा मज़दूरों की तादाद 22 करोड़

वाशिंगटन । 6 । अक्तूबर (एजैंसीज़) दुनिया का कोई भी मुल्क बच्चा मज़दूरी से अछूता नहीं है । इस वक़्त 22 करोड़ बच्चा मज़दूरों को उन से उन का बचपन छीन कर उन्हें मज़दूरी के ग़ार में ढकेल दिया गया है । अमरीका के लेबर वज़ारत की जानिब से जारी 10 वीं सालाना रिपोर्ट में कहा गया है कि ये बच्चे 130 तरह के कामों में मुलव्विस हैं। लेबर मिनिस्टर हुल्लड स्कूलीस ने रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि बच्चे ख़ुदा की अनमोल देन हैं और हर बच्चे को इस का ख़ाब शर्मिंदा ताबीर करने का हक़ दिया जाना चाहीए लेकिन अफ़्रीक़ा एशिया और लाईन अमरीका के 71 ममालिक में बच्चे ईंट , फुटबॉल और तमाम इक़साम के मसनूआत साज़ी का काम कर रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि बंगला देश में बच्चे 14 इक़साम के मसनूआत साज़ी के काम में मसरूफ़ हैं जिन में ईंट बनाने , जूते , चप्पल , चमड़े की इंडस्ट्री और मलबूसात साज़ी के पेशे से वाबस्ता हैं। फ़िलपाइन में बच्चे के लिए , नारीयल , चावल , रबर , तंबाकू के इलावा फ़ैशन की दुनिया में काम करने वाले मुख़्तलिफ़ मसनूआत की तैय्यारी के शोबों में बच्चा मज़दूरी करते हैं। हिंदूस्तान में तमाम तरह के इंसिदाद बच्चा मज़दूरी क़वानीन के बावजूद खुले आम तौर पर बच्चा मज़दूरी होती है । लेबर डिपार्टमैंट ने फ़िलपाइन में गिने की पैदावार को बचा मज़दूरी का सब से ख़राब शोबा तस्लीम किया है और इस शोबा से वाबस्ता बच्चों की बेहतरी और फ़लाह-ओ-बहबूद के लिए वर्ल्ड वीज़न चैरिटी को एक करोड़ 50 लाख डालर देने का ऐलान किया है ।