दुनिया भर में रोज़ाना 21 हज़ार बच्चे मौत का शिकार होजाते हैं : यूनीसेफ

शिकागो, 16 अक्तूबर (यू एन आई)बच्चों की तालीम से मुताल्लिक़ अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के फ़ंड (यूनीसेफ) और आलमी सेहत तंज़ीम (डब्लयू ऐच ओ) ने कहा है कि दुनिया भर में पाँच बरस से कमउमर के 21 हज़ार बच्चे रोज़ाना क़िल्लत तग़ज़िया समेत ऐसी वजूहात से मौत का शिकार होजाते हैं जिन का अज़ाला मुम्किन है।बच्चों के अम्वात की शरह पर जारी करदा एक सालाना रिपोर्ट में इन तंज़ीमों के आदाद-ओ-शुमार से पता चलता है कि बैन-उल-अक़वामी सतह पर की जाने वाली तमाम कोशिशों की वजह से हिंदुस्तान समेत दुनिया भर में बच्चों की अम्वात की शरह में काफ़ी कमी आई है लेकिन अब भी 21 हज़ार से ज़ाइद बच्चों की हर साल मौत होजाती है।रिपोर्ट के मुताबिक़ 1990 में क़िल्लत तग़ज़िया, ग़रीबी, ना तजुर्बा कारी और सेहत से मुताल्लिक़ अस्बाब से एक करोड़ 20 लाख से भी ज़ाइद बच्चे मौत का शिकार होगए थे जबकि 2010 में ये आदाद-ओ-शुमार गिर कर 70 लाख 60 हज़ार पर पहुंच गए हैं।