दुनिया में ऐसा कोई मसला नहीं, जिस का हल मुम्किन ना हो: चिदम़्बरम

इम्फाल 04 नवंबर (पी टी आई) वज़ीर-ए-दाख़िला पी चिदम़्बरम ने आज यूनाईटिड नागा कौंसल को अपने 74 रोज़ा मआशी नाका बंदी को ख़तम् करने की अपील करते हुए कहा कि दुनिया में ऐसा कोई मसला नहीं है, जिसे बातचीत के ज़रीया हल ना किया जा सकता हो, लिहाज़ा अगर उन्हें (नागा) को कोई मसला दरपेश है तो इस के लिए बातचीत की मेज़ सब से मुनासिब जगह है।

तमनीगलानग डिस्ट्रिक्ट हैड क्वार्टर्स में एक अवामी जलसा से ख़िताब करते हुए मिस्टर चिदम़्बरम ने कहा कि क़ौमी शाहराहों पर मआशी नाका बंदी से कोई मसला हल होने वाला नहीं। इस जलसा में वज़ीर-ए-आला अब्बू ही सिंह भी मौजूद थी। शुमाल मशरिक़ी रियास्तों की तरक़्क़ी के लिए मर्कज़ के पास फंड्स में कोई कमी नहीं ही, लेकिन फंड्स का बेजा इस्तिमाल होना भी ज़रूरी है।

सदर हिलज़ मुआमला पर कोई क़तई फ़ैसला करने से क़बल सियोल सोसाइटी से भी मुशावरत की जाएगी। वज़ीर-ए-आला ने दूर दराज़ के अज़ला में काम करने वाले कंट्टर एक्टर्स को अपने काम वक़्त पर ख़तन करने की अपील की। दूसरी तरफ़ तमनीगलानग डिस्ट्रिक्ट में दो बर्क़ी तवानाई सब स्टेशनों का इफ़्तिताह करने वाले चिदम़्बरम ने कहा कि हमें आपसी भाई चारा और पुरअमन तरीक़ा से अपनी ज़िंदगी गुज़ारनी चाहियॆ , ये नहीं भूलना चाहीए कि हम सब हिंदूस्तानी हैं। इस मौक़ा पर चिदम़्बरम ने नागा अक्सरीयत वाले तीनों अज़ला उखरूल, स्नेह पी और तमनीगलानग का भी दौरा किया।