मुअत्तल आई ए एफ़ ऑफीसर दुर्गा शक्ति नागपाल ने जिन के ख़िलाफ़ इंकुयरी ज़ेर दौरां है, आज चीफ़ मिनिस्टर उत्तरप्रदेश अखिलेश यादव से मुलाक़ात की और इस मसले पर वज़ाहत पेश की, जिस के नतीजे में उनकी मुअत्तली हुई। दुर्गा और उनके शौहर अभीशकु सिंह जो ख़ुद भी आई ए ऐस ऑफीसर हैं, चीफ़ मिनिस्टर से आज दोपहर मुलाक़ात की और इस मसले पर वज़ाहत पेश की, एक सीनीयर ओहदादार ने ये बात बताई।
उन्होंने कहा कि अब तवक़्क़ो है कि उनकी मुअत्तली एक दो यौम में बर्ख़ास्त की जा सकती है। दुर्गा को 27 जुलाई को मुअत्तल किया गया जिसकी बज़ाहिर वजह गौतमबुद्ध नगर की एस डी ऐम की हैसियत से ताक़तवर सैंड माइनिंग माफ़िया से उनका टकरा है। ये और बात है कि चीफ़ मिनिस्टर उत्तरप्रदेश ने कहा कि उन्हें मौज़ा कडालपूर में एक ज़र-ए-तामीर मस्जिद की दीवार को मुनहदिम कर देने के मनमाने अहकाम जारी करने पर मुअत्तल किया गया।
चीफ़ मिनिस्टर ने कहा था, उनके इक़दाम ने फ़िर्कावाराना अमन को बर्बाद करने का ख़तरा पैदा किया। चीफ़ मिनिस्टर ने 29 अगस्ट को ताज़ा तहक़ीक़ात का हुक्म दिया और प्रिंसिपल सेक्रेटरी (दाख़िला) को इस केस में इंकुयरी ऑफीसर मुक़र्रर किया और अगले 15 यौम में रिपोर्ट चाही थी। इस मुअत्तली पर अवामी तन्क़ीद छिड़ गई। अपोज़िशन पार्टीयों ने भी इस मसले पर यू पी हुकूमत को निशाना बनाया।