मनी पुर के ज़िला सैनापती में वाके कोनेहल के दामन में बसे हुए एक गाव के अफ़राद को एक तबाह शूदा तय्यारा का मलबा मिला है जिसके बारे में कहा जा रहा है कि वो दूसरी जंग-ए-अज़ीम के दौरान तबाह हुआ होगा।
मुताल्लिक़ा ओहदेदारों ने बताया कि यूथ कलब के कुछ नौजवानों को 30 दिसम्बर के रोज़ तय्यारा का मलबा उस वक़्त मिला जब वो एक मंदिर की जानिब पेशरफ़त कररहे थे। मलबा में तय्यारा का इंजन भी शामिल है। मलबा का वज़न 300 किलो है जबकि इंजन के साथ साथ मलबा में 14 पिस्तौल भी दस्तयाब हुए हैं।
तय्यारा के बारे में क़ियास किया जा रहा है कि वो अलायड फ़ोर्सस का होगा जो इस वक़्त मनी पुर में जापानी अफ़्वाज के साथ जंग-ओ-जदाल में मसरूफ़ रहा होगा।