दूसरे ऐस आर सी के ऐलान पर मुलाज़मीन का दुबारा एहतिजाज

हैदराबाद 11 नवंबर (सियासत न्यूज़ ) तेलंगाना इम्पलाइज़ जवाइंट ऐक्शण कमेटी ने अलहदा तेलंगाना मसला की यकसूई केलिए दूसरे ऐस आर सी के क़ियाम की तजवीज़ को यकसर मुस्तर्द करदिया और ऐलान किया कि इस तरह के किसी ऐलान की सूरत में मुलाज़मीन दुबारा एहतिजाज पर मजबूर होजाएंगे । इम्पलाइज़ जे ए सी का इजलास आज मुनाक़िद हुआ जिस में मौजूदा सूरत-ए-हाल और एहितजाजी हिक्मत-ए-अमली का जायज़ा लिया गया ।

42 रोज़ा आम हड़ताल के इख़तताम के बाद मुनाक़िदा इस इजलास में हुकूमत की जानिब से किए गए वादों पर अमल आवरी का भी जायज़ा लिया गया बाद में अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए जे ए सी के सदर नशीन स्वामी गौड़ ने कहा कि एहितजाजी लायेहा-ए-अमल में तबदीली केलिए हड़ताल को ख़तन किया गया है । उन्हों ने कहा कि हुकूमत ने मुलाज़मीन के साथ जो वाअदे किए थे उन पर अमल आवरी नहींकी गई । स्वामी गौड़ने इल्ज़ाम आइद किया कि हुकूमत मुलाज़मीन की तंज़ीमों में फूट पैदा करने की कोशिश कररही है ।

उन्हों ने हुकूमत को इंतिबाह दिया कि वो इस तरह की कोशिशों से बाज़ आजाऐं । तेलंगाना मसला पर मर्कज़ की जानिब से रियास्तों की तशकील जदीद से मुताल्लिक़ दूसरे कमीशन के क़ियाम की तजवीज़ को नाक़ाबिल क़बूल क़रार देते हुए स्वामी गौड़ ने कहा कि तेलंगाना अवाम केलिए अलहदा रियासत के सिवा-ए-कोई और चीज़ काबिल-ए-क़बूल नहीं है । उन्हों ने कहा कि मुलाज़मीन ने 42 दिन तक आम हड़ताल के बाद हिक्मत-ए-अमली में तबदीली केलिए हड़ताल को ख़तन किया है । मुलाज़मीन की हड़ताल आरिज़ी तौर पर मुल्तवी की गई है इस का मतलब ये नहीं कि मुलाज़मीन तेलंगाना एजीटशन से दूर होचुके हैं । उन्हों ने कहा कि सरकारी मुलाज़मीन तेलंगाना एहतिजाज में बराबर के शरीक हैं और दुबारा हड़ताल के आग़ाज़ केलिए तैय्यार हैं ।

स्वामी गौड़ ने कहा कि मर्कज़ और रियास्ती हुकूमत पर वो वाज़िह करना चाहते हैं कि दूसरे ऐस आर सी या फिर किसी पिया केज को भले वो कितना ही क़ीमती क्यों ना हो तेलंगाना अवाम क़बूल नहीं करेंगे । 1956 मैं तेलंगाना के जिस इलाक़ा को आंधरा में ज़म किया गया इस इलाक़ा को अलहदा रियासत का दर्जा दिया जाय । तेलंगाना के हुसूल केलिए मुलाज़मीन किसी भी हद तक जाने केलिए तैय्यार हैं । उन्हों ने रियास्ती हुकूमत को सख़्त तन्क़ीद का निशाना बनाया कि हड़ताल के ख़ातमा के वक़्त मुलाज़मीन से जो मुआहिदा किया गया था इस पर अमल आवरी नहीं की गई । उन्हों ने कहा कि मर्कज़ी हुकूमत ने अपने मुलाज़मीन केलिए महंगाई भत्ते का ऐलान किया है लेकिन रियास्ती हुकूमत ने अभी तक इस तरह का कोई ऐलान नहीं किया ।

दिन बह दिन बढ़ती महंगाई के बाइस मुलाज़मीन सरकार टीचर्स और वर्कर्स कई एक मसाइल का शिकार हैं । चीफ़ मिनिस्टर को चाहीए कि वो फ़ौरी तौर पर अपने वादों की तकमील के सिलसिला में अहकामात जारी करें। स्वामी गौड़ के मुताबिक़ इजलास में मुलाज़मीन के नुमाइंदों ने दुबारा हड़ताल के आग़ाज़ के सिलसिला में मुकम्मल ताईद का इज़हार किया ।