“अमेरिका में रमजान का पालन करने वाले पहले मुस्लिम दास थे, जो खेतो में छुप कर प्रार्थना करते थे,” फिलाडेल्फिया में संयुक्त मुस्लिम मस्जिद में अपने कार्यालय में काम करते हुए कासिम रशद बताते हैं। वे वहां एमिर के रूप में कार्य करते हैं।
हॉवर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सुलेमान नैआंग, संयुक्त राज्य में इस्लाम के विशेषज्ञ हैं और कहते हैं कि अमेरिका में लाए गए 10 प्रतिशत अफ्रीकी गुलाम मुस्लिम पृष्ठभूमि से आए थे। इसी विषय पर अन्य स्रोतों का कहना है कि यह संख्या लगभग 30 प्रतिशत थी।
आज, अफ्रीकी समुदाय अमेरिकी आबादी का एक बड़ा हिस्सा है।
प्यू रिसर्च सेंटर द्वारा 2011 में जारी की गयी एक रिपोर्ट में पाया गया है कि, मुस्लिम मूल के 40 प्रतिशत मुस्लिम अफ्रीकी अमेरिकी हैं। इनमें से कई ने 1960 और 1970 के दशक के दौरान, इस्लाम राष्ट्र के प्रभाव में आकर खुद को इस्लाम में परिवर्तित कर लिया था। 1970 के दशक में, वारिथ ने राष्ट्र के बहुसंख्यक मुस्लिम अनुयायियों का पारंपरिक सुन्नी इस्लाम की ओर नेतृत्व किया था।
फिलाडेल्फिया के अफ्रीकी अमेरिकी मुस्लिम समुदाय में अन्य जगहों की तरह रमजान मनाया जाता है। परिवार ‘सुहूर’ के लिए सुबह जल्दी उठते हैं, ‘सेहरी’ करते है और इन गर्मियों में 16 घंटो के लिए उपवास करते हैं। कई स्थानीय मस्जिद पूरे महीने समुदाय के लिए ‘इफ्तारी’ भी करती हैं।
इसा प्राइम, अमेरिका के मुस्लिम समुदाय में एक प्रसिद्ध महिला, इस रमज़ान के दौरान फिलाडेल्फिया मस्जिद में सैकड़ों लोगों की भीड़ को संबोधित करते हुए कहती हैं: “ऐसा लग सकता है कि हम दुसरो से कम है। ऐसा लग सकता है की हम एक समुदाय के तौर पर पिछड़े है, लेकिन वास्तविकता में – जब ईश्वर ने तुम्हें बनाया, तब विशेष रूप से उन्होंने आपकी भाषा और आपके रंगों को किसी कारण से बनाया था “।