देवगौड़ा ने कहा- कर्नाटक में ‘कांग्रेस- JDS कार्यकर्ताओं में एकजुट होने में दिक्कत’

कर्नाटक में होने वाले उपचुनाव से तीन दिन पहले पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा ने बुधवार को स्वीकार किया कि कुछ विधानसभा क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर कांग्रेस और जद एस कार्यकर्ताओं को एकजुट करने में कुछ मुद्दे आड़े आ रहे हैं क्योंकि कुछ चुनाव क्षेत्रों में दोनों एक दूसरे के पुराने प्रतिद्वंद्वी माने जाते हैं।

देवेगौड़ा ने कहा कि मांड्या में दोनों दलों के कार्यकर्ताओं में अधिक सद्भावना नहीं है क्योंकि हमने एक या दो हफ्ते पहले ही उपचुनाव साथ-साथ लड़ने का फैसला किया है।

शिवमोगा में देवेगौड़ा ने कहा,‘जमीनी स्तर पर अब भी कुछ हद तक, कार्यकर्ताओं को एकजुट करने के संबंध में कुछ मसले हैं। ’कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया ने भी हाल ही में दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच ‘प्रारंभिक अड़चन’ के बारे में बातचीत की थी।

उन्हेांने कहा कि वह रामनगर और मांड्या जायेंगे ताकि उन मसलों का समाधान किया जा सके। पूर्व प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि कांग्रेस सांसद के डी सुरेश रामनगर में जद एस उम्मीदवार की जीत के लिए काम कर रहे हैं।

कर्नाटक के तीन लोकसभा और दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव तीन नवंबर को होना है। मतों की गिनती छह नवंबर को होगी। इसमें शिवमोगा, बेल्लारी और मांड्या लोकसभा सीट तथा रामनगर और जमखंडी विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।

प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस जद एस गठबंधन ने उपचुनाव में भाजपा के खिलाफ एक साथ चुनाव लड़ने का निर्णय किया है। कांग्रेस ने बेल्लारी और जमखडी में अपना उम्मीदवार उतारा है तो वहीं जद एस के उम्मीदवार शिवमोगा, रामनगर और मांड्या में चुनाव मैदान में हैं।

दोनो दलों ने कर्नाटक में हुए विधानसभा चुनाव में एक दूसरे के खिलाफ लड़ा, खास तौर से मैसूर क्षेत्र में। दोनो दलों ने 12 मई को प्रदेश में त्रिशंकू विधानसभा के बाद हाथ मिलाने का फैसला किया था।