बता दें कि टेरर फंडिंग मामले में कट्टर अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के करीबी वकील देविंदर सिंह बहल के घर रविवार को छापा मारा था और उसकी अकूत संपत्तियों का ब्योरा जुटाने में एनआईए की टीम जुटी हुई थी।
उसकी जम्मू-कश्मीर के अलावा कई जगह बेनामी संपत्तियों का पता चला है। घर से बरामद मोबाइल फोन की कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही हैं। साथ ही लैपटॉप में दर्ज सूचनाओं की भी जांच-पड़ताल की जा रही है।
जांच एजेंसी की ओर से अलगाववादियों से लिंक तलाशने के साथ टेरर फंडिंग मामले में ठोस सुबूत जुटाए जा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि बहल के घर से बरामद दस्तावेजों की जांच चल रही है। इसमें बैंक खाते भी शामिल हैं।
एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘हमें संदेह है कि पाकिस्तानी उच्चायोग के लोगों के साथ संपर्क में रहने वाले बहल ने आईएसआई के जासूसों को खुफिया सूचनाएं देकर राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाला। यह एक गंभीर अपराध है और उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 121 (राज्य के खिलाफ युद्ध छेड़ने) के तहत केस का आधार तैयार करता है।’