देश की पहली ‘सोलर एनर्जी’ यूनिवर्सिटी बनेगी जामिया मिलिया इस्लामिया

दिल्ली की जामिया मिलिया इस्लामिया देश की पहली ऐसी केंद्रीय यूनिवर्सिटी बनने वाली है, जो बिजली के लिए पूरी तरह से सौर ऊर्जा पर निर्भर होगी. यूनिवर्सिटी ने एक कम्पनी के साथ
सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए समझौते पर दस्तखत कर दिये हैं. जिसके बाद सोलर पावर प्लांट लगाने का काम शुरू कर दिया गया है.

यूनिवर्सिटी में लगने वाला सोलर पावर प्लांट ढाई मेगावॉट बिजली पैदा करेगा जिसके लिए यूनिवर्सिटी की अलग अलग इमारतों की छतों पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे. योजना के मुताबिक मई के महीने तक पावर प्लांट लगाने का काम ख़त्म हो जाएगा और बिजली का उत्पादन शुरू भी कर दिया जाएगा.

समझौते के मुताबिक यूनिवर्सिटी को अगले 25 साल तक बिजली सोलर पावर प्लांट से ही मिलेगी जिसके लिए यूनिवर्सिटी पावर प्लांट लगाने वाली कम्पनी को 3 रुपए 39 पैसे प्रति यूनिट की दर से भुगतान करेगी.इससे बिजली के बिल का यूनिवर्सिटी का ख़र्च काफ़ी कम हो जाएगा.

बताया जा रहा है कि इस समझौते के मुताबिक सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए यूनिवर्सिटी को एक रुपया भी ख़र्च नहीं करना पड़ेगा तो यूनिवर्सिटी का दावा है कि सोलर पावर प्लांट लगा होने से छात्रों को सौर ऊर्जा से जुड़ी तकनीकी जानकारियाँ समझने में भी आसानी होगी.और सौर ऊर्जा से बनी बिजली का इस्तेमाल होने से प्रदूषण कम करने में भी मदद मिलेगी.