देश के कई बड़े बैंकों ने बिटक्वाइन एक्सचेंज के खिलाफ उठाया अब तक का सबसे बड़ा कदम

नयी दिल्ली : देश के कई बड़े बैंकों ने बिटक्वाइन एक्सचेंज के खिलाफ कड़े कदम उठाते हुए उनके बैंक अकाउंट को सस्पेंड कर दिया है. SBI, ICICI बैंक, एक्सिस बैंक और यस बैंक इनमें से एक हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक SBI, ICICI बैंक, एक्सिस बैंक और यस बैंक ने संदिग्ध ट्रांजेक्शंस को लेकर बिटक्वाइन से जुड़े कई अकाउंट्स को बंद करने का आदेश दिया है. इसके अलावा बैंक ने इन एक्सचेंज चलाने वाले मालिकों से कर्ज के एवज में ज्यादा गारंटी की मांग की है और उनके अकाउंट से पैसा निकालने की अधिकतम सीमा भी कम कर दी गई है.

बिजनेस न्यूज पेपर इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक पिछले महीने से बैंक लोन देने के लिए अतिरिक्त गारंटी मांग रहे हैं. बैंक अभी देश के टॉप बिटक्वाइन एक्सचेंजों के अकाउंट्स की स्क्रूटनी कर रहे हैं. जेबपे, यूनोकॉन, कॉइनसिक्यॉर और Btcx इंडिया जैसे टॉप बिटकॉइन एक्सचेंजों पर बैंकों ने अपना ऐक्शन शुरू कर दिया है. यूनोकॉन के प्रमोटर सात्विक विश्वनाथ ने इकोनॉमिक टाइम्स को बताया, कि बैंकों ने कंपनी या प्रमोटर्स को इसकी जानकारी नहीं दी है. अन्य एक्सचेंजों और बैंकों ने भी इस बारे में कोई जवाब नहीं दिया है.

भारत की सरकार साफ कर चुकी है कि बिटक्वाइन लीगल नहीं और यह पोंजी स्कीम की तरह हो सकता है. देश में यह क्रिप्टोकरंसी रेग्युलेटेड नहीं है. इन कंपनियों की स्क्रूटनी करने वाले टैक्स अधिकारियों ने बताया कि देश के टॉप 10 बिटकॉइन एक्सचेंज का कुल रेवन्यू 40 हजार करोड़ रुपये के आसपास हो सकता है. बैंकों ने इन कंपनियों से कहा है कि वे अपने बिजनस के बारे में जानकारी दें और यह बताएं कि उन्होंने अकाउंट खुलवाते समय इसकी जानकारी क्यों नहीं दी थी.

बिटक्वाइन समेत क्रिप्टोकरंसीज में डीलिंग करने वाले हजारों लोगों को केंद्र सरकार ने टैक्स नोटिस भेजा है. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक देश भर में किए गए सर्वे में पता चला है कि बीते 17 महीनों में 3.5 अरब डॉलर के ट्रांजैक्शंस क्रिप्टोकरंसीज में हुए हैं. इसके बाद इसमें निवेश करने वाले लोगों को नोटिस भेजने का फैसला लिया गया. पुणे, बेंगलुरु, मुंबई, दिल्ली समेत 9 एक्सचेंजों से डेटा जुटाने के बाद ये नोटिस भेजे गए हैं.