देश के मुसलमान पक्के भारतीय, उनकी देशभक्ति संदेह से परे: वेंकैया नायडू

हैदराबाद। केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने स्पष्ट अंदाज़ में कहा है कि देश के मुसलमान पक्के भारतीय हैं उनकी देशभक्ति संदेह से परे है। वेंकैया नायडू ने हैदराबाद में मौलाना आजाद नेशनल उर्दू विश्वविद्यालय में कौमी कौंसिल बराए फ़रोग उर्दू जुबान से उर्दू पत्रकारों के पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश की आजादी के समय यहां के मुसलमानों को एक मौका दिया गया था कि वे अपने देश का चयन करें लेकिन मुसलमानों के बहुमत ने देशभक्ति का प्रदर्शन करते हुए भारत में ही रहने को प्राथमिकता दी।

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न्यूज़ नेटवर्क समूह प्रदेश 18 के अनुसार केंद्रीय मंत्री ने देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद और उनकी सेवाओं को याद करते हुए कहा कि मौलाना आजाद ने देश के विभाजन के समय जो रुख किया था उस पर उन्हें बुरी स्थितियों का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कहा कि यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम जो पिछड़े लोग अल्पसंख्यकों में हैं उन्हें मुख्यधारा में लाते हुए उन्हें सशक्त बनाएं।

उन्होंने कहा कि मुसलमान मात्रभाषा से दूर होते जा रहे है. मात्रभाषा चाहे कोई भी क्षेत्रीय भाषा ही क्यों न हो उसे परवान चढ़ाने के उपाय किए जाने चाहिए. मंत्री ने मातृभाषा में शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि मात्रभाषा में शिक्षा हासिल न करना भारतीयता के खिलाफ है। हमें सभी भाषाएँ सीखना चाहिए लेकिन मात्रभाषा से दूरी नहीं करनी चाहिए क्योंकि मात्रभाषा से दूरी एक सामाजिक समस्या बन सकती है। उन्होंने उर्दू पत्रकारों के प्रशिक्षण के मुद्दे पर कहा कि प्रशिक्षण आवश्यक है, कल्चर के सिद्धांतों और मूल्यों को हमें बनाए रखना चाहिए।