लम्बे अरसे के बाद भारत को किसी सूची क्रम बद्ध के मामले में सुधार नज़र आया है| वरना इससे पहले मीडिया की आज़ादी से लेकर खुशहाल देशों की सूची में बहुत पीछे नज़र आये हैं| विश्वबैंक की रिपोर्ट में भारत की रैंकिंग में अच्छा-खासा सुधार आया है। देश की रैंकिंग 30 पायदान सुधरकर 100वें स्थान पर पहुंच गयी। इसमें सुधार होना कह सकते हैं मोदी सरकार के लिए अच्छी ख़बर है| इससे वह अपना मज़बूत पक्ष कहकर राजनीति के जुमलों में इस्तेमाल कर सकती है|
अपनी सालाना रिपोर्ट ‘डूइंग बिजनेस 2018: रिफार्मिंग टू क्रिएट जॉब्स’ में विश्वबैंक ने कहा कि भारत की रैंकिंग 2003 से अपनाये गये 37 सुधारों में से करीब आधे का पिछले चार साल में किये गये क्रियान्वयन को प्रतिबिंबित किया है| हालाँकि विश्वबैंक का कहना है यह रैंकिंग करते समय जीएसटी और नोट्बंदी को शामिल नहीं किया गया है| इसका प्रभाव अगले साल में आयेगा|
भारत पिछले साल 190 देशों की सूची में 130वें स्थान पर था। इस बार उसे 100 में जगह मिली है| इस साल वह शीर्ष 10 सुधारकर्ता देशों में एक है। यह पहला मौका है जब भारत इस मामले में पहले 100 देशों में शामिल हुआ है।