एक विवादास्पद भारतीय खनन टाइकून ने अपनी बेटी की शादी का जश्न मनाने के लिए एक रिपोर्ट के मुताबिक 500 करोड़ रूपये की कीमत पर एक शाही महल शादी समारोह के लिए लिया और ब्राजील से नर्तकियों को भी बुलाया है।
बुधवार को बेंगलोर पैलेस में हो रही जनार्दन रेड्डी की बेटी की शादी, जो हिन्दू रीति रिवाज के मुताबिक हो रही थी, उसमें 50000 लोगों के शामिल होने की उम्मीद थी।
स्थानीय मीडिया ने इस फुजूलखर्ची की बहुत आलोचना की थी क्योंकि यह महंगी शादी एक ऐसे समय हो रही थी जब देश के अधिकाँश नोटबंदी की वजह से खाने का सामान भी नहीं खरीद पा रहे थे।
लेकिन एक सहयोगी भव्य व्यय का बचाव करते हुए कहा कि रेड्डी चाहते थे कि लोग उनकी बेटी की शादी को याद रखें।
“यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक बेटी की शादी को ईर्ष्या और प्रतिद्वंद्विता का मुद्दा बना दिया गया है,” मंजू स्वामी ने एएफपी से पहले पार्टी बताया। “यह उसके माता-पिता के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है और वे समाज में अपने परिवार की स्थिति से इस पल का जश्न मनाना चाहते थे।”
इससे पहले 8 नवम्बर को प्रधानमंत्री मोदी ने 500 और 1000 रूपये के नोटों को प्रचलन से बाहर कर दिया। ज्ञात रहे कि यह नोट कुल भारतीय नकदी का लगभग 86% है।
भारतीय नागरिक अभी सीमित मात्रा में ही अपने नोट बदल सकते हैं। नोटबंदी की घोषणा के बाद से ही भारतीय बैंकों के बाहर लोगों की लम्बी कतारें लगी हैं।
भारत में अधिकांश लोगों की दिनचर्या नकद लेनदेन पर ही निर्भर है। इस फैसले से वे ग्रामीण क्षेत्र जहाँ बैंक बहुत दूर हैं या है ही नहीं वे क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
49 वर्षीय रेड्डी, कर्नाटक राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में मंत्री रह चुके हैं, एक खनन घोटाले में कथित संलिप्तता के लिए जेल में तीन साल बिता चुके हैं और पिछले साल ही जमानत पर रिहा हुए थे।
अपने गृह नगर में पिछले हफ्ते पत्रकारों से बात करते हुए समारोह पर हो रहे खर्च को ज़ाहिर करने से इनकार कर दिया था, लेकिन कहा था कि सब कुछ कर अधिकारियों को घोषित किया जाएगा।
मेहमानों को निमंत्रण एलसीडी उपकरणों के ज़रिये भेजा गया था और बताया जा रहा है कि महल के उप्पर रेड्डी परिवार के फोटो वाले हीलियम गुब्बारे लहरा रहे हैं।
जहाँ बंगलोर के कुछ लोग इस फ़िज़ूलखर्ची की आलोचना कर रहे थे तो वहीँ कुछ ऐसे भी तो रेड्डी के लिए सहानुभूति रखते हैं, ऐसे ही एक व्यक्ति, सेवानिवृत सरकारी अधिकारी जयप्रकाश राव ने कहा, “इस महंगी शादी करने में बुरा क्या है? अमीर लोग ऐसे ही शादियाँ करते रहे हैं। रेड्डी यह शादी अपने पैसे से कर रहा है जनता के नहीं।”
भारतीय कार्यकर्ता टी नरसिम्हा मूर्ति इस खर्च को 500 करोड़ रुपये बता रहे हैं, यही आंकड़ा स्थानीय मीडिया की खबरों में भी है।
“रेड्डी ने मेरे जैसे कार्यकर्ताओं और मीडिया को शादी स्थल में घुसने से रोकने के लिए 3,000 बाउंसरों और सुरक्षा गार्ड को काम पर रखा है,” मूर्ति ने बताया। मूर्ति ने स्थानीय कर अधिकारियों के समक्ष इस खर्च की जांच करने के लिए याचिका दायर की थी।