गुजरात के गोधरा में जमियत उलेमा ए हिंद कांफ्रेंस के दौरान जमियत उलेमा ए हिंद के महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि देश की आजादी में मुसलमानों ने भी योगदान दिया है। देश में मुसलमान ‘बाई च्वॉइस’ भारतीय हैं।इस कांफ्रेंस में तकरीबन दो लाख मुसलमान इकट्ठा हुए। सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश भी इस दौरान मौजूद थे मदनी ने कहा,’ हम लोग देश के संघर्ष में हिस्सेदार हैं लेकिन हमारे साथ किरायेदारों सा व्यवहार किया जा रहा है। यह हमारा देश और हमारी जमीन है। हमने आजादी की लड़ाई के लिए जीवन कुर्बान किया। अब फिर से हमसे बलिदान मांगा जा रहा है।
इससे पहले उन्होंने पत्रकारों से कहा,’एक समुदाय असुरक्षित महसूस कर रहा है। जब ऐसी स्थिति लोगों के दिमाग में पैदा हो जाती है तो फिर निराशा होती है जो अच्छी बात नहीं है।’ मुसलमानों को आरक्षण की मांग पर उन्होंने कहा,’आरक्षण से हालात नहीं बदलेंगे। हमें ज्ञान की प्यास होनी चाहिए। मैं आज भी देखता हूं कि एक मुस्लिम युवक उस समय उठता है जब आधी दुनिया आधा दिन काम कर चुकी होती है। सरकारें बदलने से माहौल नहीं बदलेगा। हालात बदलने के लिए खुद को बदलना होगा।’