देश विरोधी नहीं बल्कि संघ विरोधी हूँ: कन्हैया

नई दिल्ली: जेएनयू स्टूडेंट यूनियन के प्रेजिडेंट कन्हैया कुमार आजकल असम के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का पोस्टर ब्वॉय बने दिख रहे  है। मंगलवार को हुए लोकतंत्र बचाओ मार्च में कन्हैया विपक्ष के नेता की तरह लग रहे थे जब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ताना कस्ते हुए बुलेट ट्रेन, जनधन योजना, कालेधन की वापसी सहित कई मुद्दों पर चुटकी ली।

कन्हैया के बातों से ऐसा लग रहा था जैसे वह  कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के विवादस्पद बयान और आतंकी संगठन आइएस का सपोर्ट कर रहें हो।  जैसे कि उसने कहा कि अगर आइएस न होता तो देश में तेल के दाम नहीं घटते।

आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों गुलाम नबी आजाद ने आरएसएस की तुलना आइएसआइएस से की थी  जिसकी हर तरफ निंदा की जा रही है। फिर कन्हैया ने  जवानों के खिलाफ दिए गए अपने बयान का बचाव करते हुए कहा कि सरकार सैनिकों और स्टूडेंट्स को लड़वाने की कोशिश कर रहा है। इसके बाद कन्हैया ने अपने साथी उमर खालिद व अनिर्बान भट्टाचार्य जो कि देशद्रोह मामले में जेल में बंद है उनको रिहा करवाने की मांग की और कहा कि  वह देशविरोधी नहीं है बल्कि संघ का विरोध करते है और उन्होंने मोदी सरकार का विरोध करने का कोई ठेका नही ले रखा है।