देश सब का है ‘एक धर्म का नहीं’:फारूक अब्दुल्ला

श्रीनगर 21 मार्च: नेशनल कांफ्रेंस के सदर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि देश सबका है और किसी एक धर्म के मानने वालों का नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर देश को किसी एक धर्म के मानने वालों का करार दे दिया जाए तो इसके दूरगामी परिणाम होंगे।

नेशनल कांफ्रेंस के सदर ने श्रीनगर लोकसभा हलक़ा के उपचुनाव के लिए नामजदगी का पर्चा दाखिल किया। वह अपनी पार्टी कार्यकर्ताओं और सहयोगी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही।

उन्होंने कहा कि यह देश हम सबका है और केवल एक धर्म के मानने वालों का नहीं है। जब तक देश सबका रहेगा हम उसके साथ हैं लेकिन अगर खुदा ना करे ऐसा नहीं रहता है तो फिर ख़ुदा ही जानता है कौन सा तूफ़ान आएगा। उन्होंने युवाओं पर-ज़ोर दिया कि वे देश और राज्य को बचाने की जिम्मेदारी स्वीकार करें।

उन्होंने कहा कि ”मैं जिन्दा रहूं या ना रहूं लेकिन युवा नेतृत्व को ना सिर्फ जम्मू-कश्मीर को बल्कि पूरे भारत और पाकिस्तान को बचाना है। उन्होंने कहा कि जब तक भारत और पाकिस्तान के बीच दोस्ती नहीं होती तब तक राज्य को नहीं बचाया जा सकता और इसके लिए दोनों देशों को मिलकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने स्वीकार किया कि उपचुनाव में मुक़ाबला होगा।