देहरादून में मिस्री क़रा की आयात क़ुरआनी की तिलावत से हिंदु तलबा मुतास्सिर

दोन स्कूल के 30 तलबा पर मुश्तमिल हिंदु नौजवानों ने आज आलिम इस्लाम के मुमताज़ करा-ए-शेख नज्जाती और शेख अदल की आयात क़ुरआनी की तिलावत से इस क़दर मुतास्सिर हुए कि वो तमाम ना सिर्फ़ उन करा-ए-की क़िरात को अपने मोबाईल में महफ़ूज़ किया बल्कि अंग्रेज़ी तर्जुमा क़ुराअन-ए-पाक फ़राहम करने की ख़ाहिश की जबकि लोकायुक्त के सरबराह जस्टिस राय और बरीगे डररावत बख़शी ने उत्तराखंड की हालिया तबाही पर बारगाह इलहि में ख़ादिम उल-क़ुरआन मौलाना पिर सयद शब्बीर नक़्शबंदी मुहर्रिक आलमी क़ुरआनी-ओ-रुहानी मुहिम की इन मुसीबत में मुबतेला अवाम पर रहम-ओ-करम की दुआ से अशकबार होगए।
गवर्नर उत्तराखंड अज़ीज़ कुरेशी ने डक्टर सयद फ़ारूक़ मैनेजिंग पार्टनर हिमालया ड्रग्स कंपनी की ततफ से तरतीब दी गई आलमी क़ुरआन-ए-पाक नुमाइश और फ़न ख़त्ताती का इफ़्तेताह अंजाम दिया जिस में हज़रत औरंगज़ेब के हाथ की लिखी हुई क़ुरआन मजीद के इलावा दुनिया की मुख़्तलिफ़ ज़बानों में नायाब क़ुरआन मुक़द्दस के नुस्खे़ शामिल हैं।

चीफ मिनिस्टर उतरखंड भोगना ने कहा कि क़ुरआन का पैग़ाम हर दौर में इंसानियत की रहनुमाई का बाइस है। क़ुरआनी तालीमात पर अमल करते हुए इंसानियत में प्यार-ओ-मुहब्बत एस्सार-ओ-क़ुर्बानी के जज़बे को उजागर किया जा सकता है।

चीफ मिनिस्टर ने मौलाना पिर शब्बीर नक़्शबंदी की रहनुमाई में इस रमज़ान शरीफ़ के मुक़द्दस लमहात में जारीये 24 वीं सालाना आलमी क़ुरआनी-ओ-रुहानी मुहिम को हिंदुस्तानियों के लिये बाइस ख़ैर-ओ-बरकत क़रार दिया।

मिस्र के करा-ए-ने कल क़बल नमाज़ जुमा जामि मस्जिद देहरादून में जलसा समाअत क़ुरआन में शिरकत की और वो सहपहर नई दिल्ली वापिस हुए।

28 जुलाई की सुबह चेन्नाई रवाना होंगे अम्बूर में क़ुरआनी इजतेमा आम में शिरकत के बाद 29 जुलाई बैंगलौर और 30 जुलाई की सुबह हैदराबाद पहूंचेगे।।