दोनों रियास्तों में कांग्रेस हुकूमतों के क़ियाम का इमकान

हिंदुस्तान के नक़्शे में 29 वीं रियासत की हैसियत से तेलंगाना के उभरने के बाद कांग्रेस हाईकमान अनक़रीब तशकील पाने वाली दोनों रियास्तों में अपनी पार्टी की हुकूमत क़ायम करने के इमकानात का सरगर्मी से जायज़ा ले रही है।

आसार-ओ-क़राइन के मुताबिक़ सीमा आंध्र और तेलंगाना दोनों इमकानी रियास्तों में कांग्रेस हुकूमतों के क़ियाम का क़वी इमकान है।

मौजूदा मुत्तहदा आंध्र प्रदेश असेंबली में अरकान की मजमूई तादाद 294 है और तक़सीम की सूरत में तेलंगाना असेंबली को 119 अरकान मुंतक़िल होंगे जबकि राइलसीमा और साहिली आंध्र के 179 अरकान सीमा आंध्र असेंबली को जाऐंगे।

तेलंगाना में तशकील हुकूमत के लिए किसी भी जमात को 60 अरकान और सीमा आंध्र में 88 अरकान की ताईद दरकार होगी।

सीमा आंध्र में कांग्रेस के मतलूबा अरकान से कहीं ज़्यादा यानी 97 अरकान हैं जबकि तेलंगाना में कांग्रेस के 49 अरकान हैं चुनांचे मामूली अक्सरीयत के लिए उसको मज़ीद 11 अरकान की ताईद दरकार होगी जो इस के लिए कोई मसला नहीं होगी।

बावर किया जाता हैके तेलंगाना में रेड्डी तबक़ा के किसी कांग्रेस लीडर को चीफ़ मिनिस्टर बनाया जा सकता है क्यूंकि इस के 49 के मिनजुमला 20 अरकान का ताल्लुक़ रेड्डी बिरादरी से है।

इस तरह मर्कज़ी वज़ीर एस जे पाल रेड्डी, के जाना रेड्डी और साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर डक्टर एम चिन्न रेड्डी के फ़र्ज़ंद एम शशी धर रेड्डी में से किसी एक को तेलंगाना का पहला चीफ़ मिनिस्टर बनने का एज़ाज़ हासिल होगा।

दूसरी तरफ़ सीमा आंध्र में इमकानी चीफ़ मिनिस्टर की हैसियत से सदर प्रदेश कांग्रेस कमेटी बोतसा सत्य नाराय‌ना, मर्कज़ी वज़ीर के चिरंजीवी के अलावा इस इलाके के बाअसर कापु तबके से ताल्लुक़ रखने वाले चंद दूसरे क़ाइदीन के नाम हाईकमान के ज़ेर-ए-ग़ौर हैं।

इस दौरान मर्कज़ और रियासत की तमाम तर तवज्जा एन किरण कुमार रेड्डी पर मर्कूज़ है जो मुत्तहदा आंध्र प्रदेश के आख़िरी चीफ़ मिनिस्टर की हैसियत से तारीख़ में अपना नाम लिखाएं गे।